दिल्ली की तर्ज पर उत्तराखंड में भी 15 साल से पुराने डीजल वाहन नहीं चल सकेंगे। एनजीटी के निर्देश पर बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए उत्तराखंड पर्यावरण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) ने इसका प्रस्ताव सरकार को भेजा है, जिसे राज्य सरकार की मंजूरी के बाद केंद्र को भेजा गया है।
जानकारी के मुताबिक़ पहले चरण में सिर्फ कॉमर्शियल वाहनों को बंद किया जाएगा। प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए पहले देहरादून, हरिद्वार, काशीपुर और ऋषिकेश में ही ये नियम लागू होगा। इन चारों शहरों में वर्तमान में करीब 21 हजार कामर्शियल डीजल वाहन हैं। इन शहरों में लगा प्रदूषण बढ़ रहा है। इनमें एयर क्वालिटी इंडेक्स पिछले दस साल में करीब दो गुना हो गया है।
इतना ही नहीं इसके बाद अन्य शहरों में भी कॉमर्शियल डीजल वाहन बंद किये जायेंगे,
उत्तराखंड में बढ़ते प्रदूषण और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए इसे जरूरी कदम बताया जा रहा है।