दून पुलिस ने आॅनलाईन व्हाट्स्एप ग्रुप के द्वारा चलने वाले एक सैक्स रैकेट का फंडाफोड करते हुए संचालक व तीन आरोपियों सहित देहव्यापार की दलदल में झोंकी गयी दो पीड़िताओं को मुक्त कराया है। अरोपियों के खिलाफ अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उन्हे गिरफ्तार कर लिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार दून पुलिस को कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि दून में एक गिरोह आॅनलाईन व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए सैक्स रैकेट चला रहा है। उसके बाद पुलिस उस सैक्स रैक्ट को पकड़ने लिए सक्रिय हो गयी। इस मामले मंे पुलिस ने मुखबिर तंत्र का भी सहारा लिया। बीते रोज की देर शाम पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आॅनलाईन सैक्स रैकेट गिरोह के संचालक व दो युवतियां सेलाकुई में देखी गयी है। इसके बाद उनकी धर पकड़ के लिए पुलिस ने सेलाकुई में चैकिंग अभियान चलाया।
चैकिंग के दौरान पुलिस को एक हौंडा सिविक कार में एक महिला आरोपी सहित अन्य चार आरोपी व दो देह व्यापार मंे झोंकी गयी पीड़िताएं पुलिस के हत्थे चढ गयी। उनकी व कार की तलाशी लेने पर पुलिस को उनके देह व्यापार से अर्जित 17 हजार दो सौ रूपए की नकदी,सात मोबाईल व अश्लील समग्री बरामद की गयी।
इसके बाद पुलिस उन्हे थाने ले आयी। जहां पूछताछ में मुख्य आरोपी ओमप्रकाश ने बताया कि वह पूर्व में ड्राइवर का काम करता था, उस दौरान उसकी मुलाकात जूही शर्मा से हुई जो पूर्व से देह व्यापार में लिप्त थी। फिर इनके द्वारा आपस मे शादी की और पैसो के लालच में मजबूर लड़कियों को चिन्हित कर उनको पैसो का लालच एवं काम दिलाने का भरोसा देकर अपने साथ लाकर उनसे जबरदस्ती देह व्यापार कराने का काम करते थे।
वर्तमान में उनके द्वारा टर्नर रोड क्लेमेंटटाउन में एक घर किराये पर लेकर ऑनलाइन स्कोट सर्विस चलाते है। देहरादून की साइट्स पर अपना मोबाइल नंबर अपलोड किया। जिसके माध्यम से ग्राहक तलाश कर उनको व्हाट्सएप के द्वारा पीड़िताओं के फोटो भेजकर समय व स्थान नियत कर अन्य आरोपी भानुप्रकाश एवम रितेश के द्वारा लड़कियों को पकड़ी गयी कार के द्वारा ग्राहकों के पास ले जाने और लाने का काम करते है।
पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हे जेल भेज दिया है। सैक्स रैकेट के दल दल में झोंकी गयी दोनो लड़कियां सीमापुर दिल्ली निवासी बताई जा रही है। जिन्हे उनके परिजनों के सुपुर्द किया जाएगा। ')}