प्रदेश में एक बार फिर अतिथि शिक्षक धरने पर हैं अतिथि शिक्षकों ने शिक्षा निदेशालय के सामने धरना देकर प्रर्दशन किया बारिस के बीच परिसर में बैठ कर अतिथि शिक्षकों ने शिक्षकों की भर्ती पर राज्य सरकार से ठोस नीति बनाने की मांग की है
अतिथि शिक्षक संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष हरीश आर्य ने कहा कि अतिथि शिक्षकों ने दो साल तक पूरी ईमानदारी के साथ स्कूलों में शिक्षा के उत्थान के लिए काम किया। जिन दुर्गम स्कूलों में स्थायी शिक्षक नहीं जाते थे, वहां दिन रात रह कर काम किया। अब सरकार को चाहिए कि हमारे भविष्य के लिए ठोस व्यवस्था करे। संविदा पर अतिथि शिक्षकों को ही प्राथमिकता से सेवा में लिया जाए।
आपको बता दें कि उच्च न्यायालय राज्य सरकार को अस्थाई की जगह स्थाई व्यवस्था करने के आदेश दे चूका है अतिथि शिक्षकों का कहना है कि सरकार विभाग में रिक्त पांच हज़ार से ज्यादा पदों पर सीधी भर्ती शुरू करे। इस भर्ती में अतिथि शिक्षकों को उनके सेवाकाल के आधार पर वेटेज दिया जाय। यदि सरकार ने जल्द उचित कार्र्रवाई न की तो एक जून से बड़ा आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। ')}