भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) द्वारा विकासखंड अगस्त्यमुनि के बावई गांव में 10 दिवसीय प्रशिक्षण में 35 प्रशिक्षणार्थियों को फूड प्रोसेसिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
शुभारंभ अवसर पर आरसेटी के निदेशक किशन सिंह रावत ने बताया कि जनपद में 18 से 45 वर्ष के बेरोजगार युवक एवं युवतियों को आरसेटी द्वारा निःशुल्क प्रशिक्षण एवं स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण लेने वाले प्रशिक्षु को अपना रोजगार स्थापित करने का यह सुनहरा मंच है। प्रशिक्षण प्राप्त कर महिलाएं अपना लघु उद्यम स्थापित कर अपना भविष्य संवार सकते हैं जिससे सभी अपना और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को बेहतर बना सकते हैं।
लीड बैंक अधिकारी चतर सिंह द्वारा प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं को डिजिटल मार्केटिंग, लेखांकन व बैंकिंग से संबंधित विभिन्न जानकारियों से अवगत कराते हुए बैंकिंग, प्रोजेक्ट रिपोर्ट लघु उद्यम में कार्यशील पूंजी और स्थायी पूंजी के बारे में विस्तार से बताया गया।
आरसेटी के प्रशिक्षक भूपेंद्र सिंह रावत द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को उद्यमिता से संबंधित जानकारी देने के साथ ही व्यवसाय शुरू करने से पूर्व विभिन्न पहलुओं के बारे में बताया गया। मास्टर ट्रेनर कविता ध्यानी द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को फूड प्रोसेसिंग में हाईजिन के महत्व के बारे में बताया गया। इस अवसर पर लोकल फलों से विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट बनाने की जानकारी दी गई। लोकल फल आंवला से कैंडी, च्यवनप्राश, मुरब्बा आदि बनाने की विधि बताई गई।