यूक्रेन के युद्धग्रस्त क्षेत्रों में उत्तराखंड के 15 छात्र अभी भी फंसे हुए हैं। जानकारी के अनुसार, सोमवार को खारकीव में एक, लवीव में दो, रोमानिया बॉर्डर पर एक, चेकोस्लोवाकिया बॉर्डर पर 1, पिसोचिन में दो, सूमी में 5, ज़ांबॉयस्टेन में 1 फंसे है। इनके अलावा दो छात्र के लोकेशन के पारे में जानकारी नहीं है। कुछ छात्र ऐसे हैं जो यूक्रेन से निकलकर पड़ोसी देशों में पहुँच चुके हैं जिसमें चेकोस्लोवाकिया में एक, हंगरी में चार, मोस्को में एक, पौंलेड में 17, रोमानिया में 4, बर्लिन में 1, रूस में एक और जर्मनी में दो छात्र हैं, इन देशों में पहुंच चुके छात्रों में चंपावत का एक, देहरादून के छह, नैनीताल और पौड़ी के एक-एक, उधम सिंह नगर और उत्तरकाशी के तीन-तीन छात्र फंसे हुए हैं। इन सभी छात्रों को ऑपरेशन गंगा के तहत जल्द ही निकाल लिया जाएगा।
सोमवार को शासन की ओर से फंसे हुए छात्रों की जानकारी दी गई है। उत्तराखंड के 286 छात्रों में से अब तक 240 छात्र वतन वापसी कर चुके हैं। 15 छात्र युद्ध ग्रस्त क्षेत्र और 31 यूक्रेन की सीमा पर फंसे हुए हैं। बता दें कि आईएसएस अधिकारी वीके सुमन और आईपीएस पी रेणुका देवी को अलग अलग स्तर पर समन्वय बनाने की जिम्मेदारी दी हुई है। पुलिस कंट्रोल रूम में भी लगातार वहां फंसे छात्रों के सम्पर्क में बना हुआ है।