देहरादून के क्लेमेंटटाउन के नई बस्ती निवासी यूके सरकार अपने स्वर्गीय पिता कुमुद कांत सरकार को जिंदा दर्शाकर 37 साल से सरकार और बैंक को अंधा बनाकर पेंसन वसूलता रहा, पूरी कहानी का जब राज खुला तो अधिकारी भी सकते में आ गए। इस मामले में बैंक ने जांच पड़ताल के बाद आरोपी के खिलाफ डालनवाला कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
देहरादून निवासी कुमुद कांत सरकार वन विभाग में कर्मचारी थे। वो 1956 में विभाग से सेवानिवृत्त हो गए थे। इसके बाद उन्हें पेंशन मिलती थी 1981 में उनका निधन हो गया। लेकिन बेटे ने पिता को जिन्दा दर्शाकर पेंशन खाने की योजना बनाइ और 37 सालों से वो यही करता आ रहा था। वो बैंक में सत्यापन के समय खुद को ही कुमुद कांत बताता था।
ऐसे हुआ खुलासा-
इसी साल जनवरी में बैंक में सामान्य जांच पड़ताल में पता चला कि एक शख्स ऐसा है जिसे 119 साल की उम्र में भी पेंशन मिल रही है, ऐसे में जब बैंक के अधिकारियों ने इन्हें फ़ोन लगाकर भौतिक सत्यापन के लिए बैंक आनी की बात कही, यूके सरकार ने बिमारी का बहाना बनाया लेकिन बैंक अधिकारियों से इसे जरूरी बताया। जिसके बाद यूके सरकार बैंक पहुंचा और खुद को कुमुद कांत बताया, बाप-बेटे की उम्र में काफी अंतर होने की वजह से यूके सरकार की पोल खुल गयी और इसके बाद बैंक ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है, पुलिस मामले की जांच कर रही है। ')}