प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने 4.531 किलोमीटर लंबी सिलकयारा-बड़कोट सुरंग परियोजना को हरी झंडी दिखा दी है। सुरंग के निर्माण में लगभग 1383.78 करोड़ रुपये लागत आएगी, इसके सिविल निर्माण पर 1119.69 करोड़ सहित भूमि अधिग्रहण, पुर्नवास, चार साल तक सुरंग परिचालन आदि पर कुल 1383.78 करोड़ रुपये खर्च होंगे। उत्तराखंड के राष्ट्रीय राजमार्ग 134 पर इस सुरंग को इंजीनियरिंग प्रीक्योरमेंट कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) मोड में बनाया जाएगा।
इस परियोजना को चार साल में पूरा किया जाना है। सुरंग के निर्माण से यमुनोत्री से ऑल वेटर कनेक्टिविटी बनी रहेगी। इससे धरासू से यमुनोत्री धाम के बीच 20 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी। इससे तीर्थ यात्री एक घंटा पहले अपने गंतव्य पहुंच सकेंगे। यह परियोजना महत्वाकांक्षी चारधाम ऑल वेदर रोड योजना का एक हिस्सा है, जिसे इंजीनियरिंग, प्रोक्योमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) मोड के तहत बनाया जाएगा।
इस परियोजना को राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के माध्यम से सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित किया जाएगा। उत्तरकाशी जिले में बनने वाली इस दो लेन राष्ट्रीय राजमार्ग वाली सुरंग में आपातकालीन मार्ग भी बनाया जाएगा। इस सुरंग के बनने से जहाँ चारधाम यात्रा सुगम होगी वहीँ इसका प्रयोग आपदा के दौरान भी लाभकारी होगा। साथ ही या मार्ग सुरक्षित भी कहा जा सकता है। ')}