नेहरू युवा केन्द्र एवं पतंजलि योगपीठ के संयुक्त तत्वावधान में जडी-बूटी दिवस (हरेला) के अवसर पर भाणाधार में गोष्ठी तथा वृक्षारोपण कार्यक्रम मनाया गया। कार्यक्रम की शुरूआत पतंजलि के तहसील प्रभारी हरि सिंह पंवार ने शान्ति पाठ से की।
इसके बाद योग प्रचारक संतोष बत्र्वाल ने योग एवं जडी-बूटियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने लोगों को अनुलोम विलोम करवाया। कहा कि योग से अनेक प्रकार की बीमारियों का इलाज किया जा सकता है, जैसे-कमर दर्द, सर दर्द, नजला जुकाम को दूर किया जा सकता है।
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कार्यक्रम में बीरबल सिंह बुटोला ने आंवला, हेडा, बहेडा, आम, अमरूद, जामुन के औषधीय गुणों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भैंस की यूरीन का कुल्ला करने से दांत संबंधी बीमारियाँ का समन होता है और सफेद मुसली से पोलियों का इंजेक्सन बनाया जा सकता है। इसके बाद मुन्नी देवी गोस्वामी ने भी कई जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि किडनी में पथरी के लिए पाषणबट्टी का उपयोग के साथ ही इसके पत्तों से बने पत्तल में भोजन करने से बीमारियां दूर होती है। इसके अतिरिक्त फांगर, मव्वा, कुम्याघास, हरसिंग, उमरू पेड के छिकलों एवं कनरा की जडो के औषधीय गुणों के बारे में जानकारी दी गई।
इस मौके पर अनसुया प्रसाद खाली, राजेन्द्र प्रसाद पोखरियाल, सचिदानन्द नौटियाल, लखपत सिंह बिष्ट, मीना रावत ने अपने विचार व्यक्त किए। गोष्ठी के बाद सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाया गया, जिसमें आंवला, हेडा, बहेडा, अमरूद, रीठा आदि पौध रोपी गई। इस अवसर पर नेहरू युवा केन्द्र से किरन कप्रवान, भारती कप्रवान, पंतजलि के योग प्रशिक्षक एवं युवा मण्डल भाणाधार के सदस्य आदि उपस्थित थे। ')}