आज सचिवालय में नए मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने स्वतंत्रता दिवस के 73वें वर्षगांठ के अवसर पर ध्वजारोहण किया। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने उत्तराखण्ड वासियों एवं उपस्थित कर्मियां को स्वतंत्रता दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
मुख्य सचिव ने कहा कि आज के दिन हम उन पुण्य आत्माओं को याद करते हैं, जिनके बलिदान से हम स्वतंत्र हुए हैं, और हमें उन्हें नमन करने का यह अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि शहीदां के बलिदान एवं हमारे पूर्वजों के अथक प्रयासों से ही हमें स्वतंत्रता मिली है।
1947 के बाद देश ने चार बड़े बाहरी युद्ध लड़े हैं, तथा आंतकवाद का सामना किया है, जिसमें हमारे कई सैनिक शहीद हुए हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में हमारे कुछ सैनिक निहत्थे दुश्मनों से लड़ते हुए हमारी सुरक्षा हेतु शहीद हुए है। उन्होंने शहीद जवानों को नमन किया।
उन्होंने कोरोना से लड़ने में योगदान देने वाले समस्त वारियर्स का आभार प्रकट किया। उन्होंने लॉकडाउन से परेशान लोगों का भी आभार प्रकट किया। उनका कहना था कि लॉकडाउन करना तत्कालिक आवश्यकता थी। मुख्य सचिव ने कहा कि कोरोना के कारण सकल घरेलू उत्पाद में भी कमी आई है तथा बेरोजगारी बढ़ी है। कोरोना के कारण राज्य में रिवर्स पलायन हुआ है।
उत्तराखण्ड के संदर्भ में यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है कि लगभग 10 लाख उत्तराखण्डवासी अन्य स्थानों से यहां आए है। उन्हें आजीविका देनी की हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
उन्होंने प्रदेश की अर्थव्यवस्था के प्राथमिक क्षेत्र कृषि में ज्यादा ध्यान देनी की आवश्कता देने पर बल देते हुए कहा कि हमें किसानों को बिचोलियों के शोषण से शत प्रतिशत मुक्त करना हैं।
उन्होंने रूद्रप्रयाग तथा अल्मोड़ा के जिलाधिकारियों के प्रयासों की सराहना करते हुए अन्य अधिकारियों से उनका अनुश्रवण करने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि कृषि के साथ-साथ उससे सम्बद्ध कुटीर एवं सूक्ष्म उद्योग प्रोत्साहन की आवश्यकता है। इससे ग्रामीणों की आर्थिकी में सुधार होगा।