उत्तराखंड चारधाम यात्रा के लिए तैयार है। कोविड के बाद इस बार बड़ी संख्या में यात्रियों के चारधाम आने की संभावना है। उत्तराखंड सरकार ने यात्रियों की सुविधा का ख्याल रखते हुए जरूरी बंदोबस्त पूरे कर लिए हैं। फिलहाल चारधाम में प्रतिदिन क्षमता के अनुसार श्रधालुओं को दर्शन करने की अनुमति होगी। केदारनाथ धाम में प्रतिदिन 12 हजार, बदरीनाथ में 15 हजार, गंगोत्री में सात हजार, यमुनोत्री धाम में चार हजार श्रद्धालुओं को दर्शन करने की इजाजत दी जाएगी। तीन से 31 मई तक चारधाम यात्रा के लिए 2.29 लाख से अधिक यात्री पंजीकरण करा चुके हैं। केदारनाथ यात्रा के लिए सबसे अधिक 85456 यात्रियों ने पंजीकरण किया है।
सरकार ने चार धाम यात्रा के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों को कोविड की नेगेटिव जांच रिपोर्ट या टीकाकरण प्रमाणपत्र साथ रखने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है लेकिन तीर्थ यात्रा पर निकलने से पहले सभी के लिए पर्यटन विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण करना आवश्यक है। आप तीर्थ यात्री पंजीकरण registrationandtouristcare.uk.gov.in वेबसाइट पर जाकर कर सकते हैं। हेलीकॉप्टर सेवा के लिए heliservices.uk.gov.in और पूजा की ऑनलाइन बुकिंग के लिए badrinath-kedarnath.gov.in विजिट कर सकते हैं।
बता दें भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिगों में 11वें केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई को सुबह 6.25 बजे खोले जाएंगे, भगवन बदरी विशाल के कपाट 8 मई को खुल रहे हैं। उत्तरकाशी में स्थित गंगोत्री धाम के कपाट तीन मई को अक्षय तृतीय के पर्व पर सुबह 11 बजकर 15 मिनट पर खोले जाएंगे। इसी दिन दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर यमुनोत्री धाम के कपाट भी खोल दिए जाएंगे।