महिला एकता मंच द्वारा महिलाओं को वास्तविक बराबरी दिए जाने व महिलाओं के साथ बढ़ते अपराधों के खिलाफ ग्राम थारी, हल्दुआ में जुलूस निकालकर सभा की गई तथा आगामी 29 सितम्बर को रामनगर में विशाल महिला सुरक्षा रैली आयोजित करने की घोषणा की गई।
सभा को संबोधित करते हुए मंच की संयोजक ललिता रावत ने कहा कि महिलाओं के प्रति जब तक समाज का नजरिया नहीं बदलेगा और उन्हें सामाजिक , राजनीतिक और आर्थिक समानता हासिल नहीं होगी , ऐसे अपराधों को रोकना संभव नहीं है। आज हमें युवा पीढ़ी को महिलाओं के प्रति संवेदनशील बनाने की जरूरत है।
लक्ष्मी ने कहा कि महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा व बलात्कार की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। और हमारा देश महिलाओ के लिए एक असुरक्षित देश बनता जा रहा है। सरकार का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा खोखला साबित हो रहा है।
रजनी ने कहा कि हमारे समाज में विभिन्न संचार माध्यमों से अश्लील फिल्में व सामग्री परोसी जा रही है जो महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध में उत्प्रेरक का काम करता है। अतः इस पर सख्ती से रोक लगाए जाने व इसे गैर जमानती अपराध घोषित करने की जरूरत है।
धन्नोदेवी ने कहा कि थारी व अन्य चौराहों पर मनचले तास खेलने वाले युवकों का जमावड़ा लगा रहता है। जो आने जाने वाली हमारी लड़कियों पर छींटाकसी करते है। पुलिस उन पर सख्ती से रोक लगाए।
कौशल्या ने संचालन करते हुए कहा कि लैंगिक समानता को स्कूल कॉलेज में पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाकर युवा पीढ़ी को औरतों के प्रति संवेदनशील बनाने की जरूरत है।
सभा को समाजवादी लोक मंच के मुनीष कुमार व सरस्वती जोशी ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में सूरज सिंह, सोमवीर, मदन सिंह, चरन सिंह, बीडी नैनवाल, व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से मालती, राधिका ,आरती अमनदीप ,तुलसी,आदि गांव से महिलाओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।