रूडकी: उत्तराखंड में एक अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया है, किच्छा कोतवाली क्षेत्र में एक साधू अखबार में अपनी मौत की खबर पढ़कर हैरान हो गया। जिसमे बाद साधू थाने पहुंच गया और बताया कि मैं जिंदा हूँ, इसके बाद पुलिस हैरत में पड़ गई।
दरअसल, 31 जनवरी की देर रात किच्छा कोतवाली क्षेत्र के कलकत्ता फार्म स्थित एक मंदिर के पास बनी झोपड़ी में आग लग गयी थी, आग लगने से झोपड़ी में एक सख्स की मौत हो गई। पुलिस ने आस-पास पूछताछ की तो लोगों ने बताया कि यहां बाबा उमाशंकर रहता था, पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम भी उमाशंकर के नाम से करा दिया।
उमाशंकर की मौत की खबरें भी अखबारों में छप गई। आज सुबह जब बाबा उमाशंकर ने अपनी मौत की खबर पढ़ी तो दंग रह गया और अखबार को लेकर कोतवाली पहुंच गया। बाबा का कहना है कि वो अपना आधार कार्ड बनवाने के लिए यूपी के बलिया गए हुए थे और इसके बाद कुंभ जाने के लिए रुपये का इंतजाम करने के लिए गदरपुर (ऊधमसिंह नगर) में भिक्षा मांग रहे थे। अब पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि आखिर झोपड़ी में मरने वाला सख्स कौन था। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है फिलहाल यह खबर पुरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
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