उत्तराखंड की बेटी अमीषा चैहान ने पर्वतारोहण में एक और नई ऊंचाई हासिल की है। टिहरी गढ़वाल की धनौल्टी तहसील के भनस्वाडी गांव निवासी अमीषा चौहान उत्तराखंड की बेटी अमीषा चैहान ने पर्वतारोहण में एक और नई ऊंचाई हासिल की है अमीषा ने यूरोप महाद्वीप की 18510 फीट व 5642 मीटर की सबसे ऊंची चोटी माऊंट एलब्रस पर सफलतापूर्वक चढ़ाई करते हुए दून लौट आई है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उन्हें सम्मानित भी किया।
उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पर्वतारोही अमीषा चैहान ने बताया कि माऊंट एलब्रस में अपना अभियान चार मई 18 को सुबह ग्यारह बजकर पच्चीस मिनट पर शुरू किया था लेकिन कम रोशनी, तूफानी हवायें एवं बर्फबारी व मौसम खराब होने के कारण माऊंट एलब्रस पर छह मई 18 को रात दो बजकर अडतीस मिनट पर चढाई शुरू की एवं छह मई को सुबह साढे ग्यारह बजे सफलतापूर्वक माऊंट एलब्रस पर चढ़ाई करके देश का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया।
इसके बाद माऊंट एलब्रस से नीचे उतरकर सात मई सुबह दस बजकर छप्पन मिनट पर वापस वासकन घाटी पहुंची। उनका कहना है कि उन्होंने माऊंट एलब्रस पर 71.5 घंटे की चढ़ाई करके देश की सबसे तेज पर्वतारोही होने का गौरव हासिल किया है और उन्होंने अपना अभियान भारी बर्फबारी व तूफानी हवाओं के बावजूद पूरा किया। उनका कहना है कि माऊंट एलब्रस राष्ट्रीय ध्वज के साथ साथ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का बैनर भी फहराया यह हम सबके लिए गौरव की बात है। उनका कहना है कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बेटी बचाओ बेटी पढाओ के श्लोगन का माऊंट एलब्रस पर प्रदर्शित करके महत्व बढाया। ')}