Raibaar UttarakhandRaibaar UttarakhandRaibaar Uttarakhand
  • Home
  • Uttarakhand News
  • Cricket Uttarakhand
  • Health News
  • Jobs
  • Home
  • Uttarakhand News
  • उत्तराखंड पर्यटन
  • उत्तराखंड मौसम
  • चारधाम यात्रा
  • Cricket Uttarakhand
  • राष्ट्रीय समाचार
  • हिलीवुड समाचार
  • Health News
Reading: अमृता अस्पताल उत्तर भारत में कार-टी सेल थेरेपी कार्यक्रम शुरू करने वाला पहला केंद्र
Share
Font ResizerAa
Font ResizerAa
Raibaar UttarakhandRaibaar Uttarakhand
  • Home
  • Uttarakhand News
  • उत्तराखंड पर्यटन
  • चारधाम यात्रा
Search
  • Home
  • Uttarakhand News
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधम सिंह नगर
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • उत्तराखंड पर्यटन
  • उत्तराखंड मौसम
  • चारधाम यात्रा
  • Cricket Uttarakhand
  • राष्ट्रीय समाचार
  • हिलीवुड समाचार
  • Health News
Follow US
  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Donate
©2017 Raibaar Uttarakhand News Network. All Rights Reserved.
Raibaar Uttarakhand > Home Default > Uttarakhand News > देहरादून > अमृता अस्पताल उत्तर भारत में कार-टी सेल थेरेपी कार्यक्रम शुरू करने वाला पहला केंद्र
Uttarakhand Newsदेहरादून

अमृता अस्पताल उत्तर भारत में कार-टी सेल थेरेपी कार्यक्रम शुरू करने वाला पहला केंद्र

January 4, 2024 4:10 pm
Share
8 Min Read
SHARE
https://raibaaruttarakhand.com/wp-content/uploads/2025/11/Video-60-sec-UKRajat-jayanti.mp4

अमृता अस्पताल ने ब्लड कैंसर रोगियों के लिए कार टी-सेल थेरेपी शुरू करने के लिए आईआईटी-बॉम्बे इनक्यूबेटेड ‘इम्यूनोएक्ट’ के साथ किया सहयोग

अमृता अस्पताल उत्तर भारत में कार-टी सेल थेरेपी कार्यक्रम शुरू करने वाला पहला केंद्र है

देहरादून- 04 जनवरी 2024: अमृता अस्पताल ने, इम्यूनोएक्ट के सहयोग से, जो एक आईआईटी-बॉम्बे इनक्यूबेटेड कंपनी है, कुछ विषेश कैंसर रोगियों के लिए कार टी-सेल (काइमेरिक एंटीजन रिसेप्टर) थेरेपी शुरू की है, जिसे बी सेल लिंफोमा और ल्यूकेमिया उपचार में एक महत्वपूर्ण सफलता माना जाता है, जिसके परिणाम उन रोगियों के लिए आशाजनक हैं जिन्हें दोबारा कैंसर हुआ है। अब तक बी-सेल लिंफोमा के चार मरीज अमृता अस्पताल में इस थेरेपी को ले चुके हैं या ले रहे हैं और वो फॉलो-अप में हैं।

कार टी-सेल थेरेपी आमतौर पर भारत में उपलब्ध नहीं है और देश में बहुत कम क्लिनिकल सेंटर्स के पास इसे प्रदान करने की पहुंच और विशेषज्ञता है। इसमें प्रयोगशाला में रोगी की टी कोशिकाओं को जेनेटिकली मॉडिफाई करना शामिल है, जिससे उन्हें विशेष रूप से स्पेसिफिक कैंसर सैल्स पर हमला करने में सक्षम बनाया जा सके। इसके बाद इन टी कोशिकाओं को रोगी के शरीर में वापस डाल दिया जाता है।

अमृता हॉस्पिटल, फरीदाबाद के मेडिकल ऑन्कोलॉजी/हेमेटोनकोलॉजी/बीएमटी विभाग के सीनियर कंसलटेंट और प्रोग्राम डायरेक्टर (लिम्फोइड नियोप्लाज्म और सेल्युलर थेरेपी) डॉ. प्रशांत मेहता ने कहा, “पिछले कुछ दशकों में कैंसर के उपचार में काफी सुधार हुआ है, और अब हम एक ऐसे युग में हैं जहां हम अन्य अंगों या पूरे शरीर पर कम प्रभाव के साथ, अपनी इम्यूनिटी की ताकत का उपयोग करके कैंसर कोशिकाओं को प्रभावी ढंग से टार्गेट कर सकते हैं। हमारी इम्यून कोशिकाओं का उपयोग करने का एक नया और एडवांस तरीका कार टी-सेल थेरेपी है, जो ‘जीवित दवाओं’ से बना है। कार-टी सेल एक मरीज के जीवित टी-लिम्फोसाइट्स हैं जिन्हें कैंसर कोशिकाओं की सतह पर विशिष्ट प्रोटीन को टार्गेट करने और उन्हें मारने के लिए जेनेटिकली रीप्रोग्राम किया जाता है। इस प्रकार का ‘सेलुलर थेरेपी’ इलाज अब तक केवल स्पेसिफिक प्रकार के ब्लड कैंसर (बी-सेल लिंफोमा, बी-सेल ऑल और मल्टीपल मायलोमा) के लिए बहुत प्रभावी साबित हुआ है।

इस थेरेपी के लिए कार-टी सेल्स की सोर्सिंग और निर्माण आईआईटी बॉम्बे इनक्यूबेटेड कंपनी इम्यूनोएक्ट के सहयोग से किया जा रहा है। अपने महत्वपूर्ण फेज I/II क्लिनिकल ट्रायल्स के सफल होने के बाद, इम्यूनोएक्ट को अक्टूबर 2023 में ल्यूकेमिया और रिलैप्स्ड/रेफ्रैक्टरी बी-सेल लिंफोमा के उपचार के लिए सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (सीडीएससीओ) से अपने कार-टी सेल थेरेपी उत्पाद (ब्रांड नाम “नेक्सकार19″) के लिए मार्केटिंग ऑथराइजेशन प्राप्त हुआ है। नेक्सकार19 भारत की पहली व्यावसायिक रूप से उपलब्ध कार-टी थेरेपी है जो पूरी तरह से एकीकृत और स्वदेशी रूप से विकसित कार-टी थेरेपी है।

इम्यूनोएक्ट के संस्थापक और सीईओ – डॉ. राहुल पुरवार के अनुसार, ”हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि स्वदेशी अनुसंधान एवं विकास के माध्यम से भारत में अत्याधुनिक सेल और जीन थेरेपी उत्पाद उपलब्ध हों जो किफायती मूल्य पर मरीजों के लिए उपलब्ध हों। हमें एडवांस दवाओं के क्षेत्र में भारत को वर्ल्ड मैप पर लाने की जरूरत है।” इम्यूनोएक्ट के को-फाउंडर और डायरेक्टर- स्ट्रेटजी और बिजनेस डेवलपमेंट शिरीष आर्य ने कहा, “नेक्सकार19 के क्लिनिकल परिणामों को प्रभावकारिता और इसकी सुरक्षा प्रोफाइल पर बेहतर प्रदर्शन के मामले में विश्व स्तर पर सर्वश्रेष्ठ के साथ बेंचमार्क किया गया है। हमें भारत में समाज के सभी वर्गों के मरीजों के लाभ के लिए इस भारत-निर्मित उत्पाद को लॉन्च करने के लिए अमृता हॉस्पिटल के साथ साझेदारी करने पर बहुत गर्व है।”

इस प्रक्रिया में मरीज के सफेद ब्लड सेल्स को निकाला जाता है। इस प्रकार निकाले गए टी लिम्फोसाइट्स को उनकी सतह पर काइमेरिक एंटीजन रिसेप्टर (सीएआर) को व्यक्त करने के लिए संशोधित किया जाता है। इस प्रक्रिया में 3-4 हफ्ते का समय लगता है, जिसके बाद कंडीशनिंग कीमोथेरेपी के बाद इन कोशिकाओं को रोगी में वापस इंफ्यूज किया जाता है। यह ‘जीवित दवा’ कई महीनों और वर्षों तक रोगी के शरीर में रह सकती है, सभी अवशिष्ट कैंसर कोशिकाओं को मार सकती है और यहां तक कि प्रतिरोधी कैंसर का भी इलाज कर सकती है। कीमोथेरेपी के विपरीत, कार टी-सेल थेरेपी आम तौर पर रोगी को केवल एक बार दी जाती है और कुछ विशिष्ट प्रकार के कैंसर के लिए स्थायी इलाज का वादा करती है।

डॉ प्रशांत मेहता ने आगे कहा, “वर्तमान में, कार टी-सेल थेरेपी रिलैप्स्ड/रेफ्रैक्टरी बी सेल ऐएलएल में सहायक है, फिर भी, यह उन रोगियों में एलोजेनिक बीएमटी के लिए स्टॉपगैप उपाय के रूप में सबसे अच्छा काम करता है जो व्यापक उपचार के लिए उपयुक्त नहीं हैं। इसी तरह, यह रिलैप्स्ड/रेफ्रैक्टरी बी सेल लिंफोमा और मायलोमा में उपयोगी है। यह थेरेपी सभी रोगियों के लिए काम नहीं करती है, और मरीज को इसे लेने से पहले ऑन्कोलॉजिस्ट से चर्चा करनी चाहिए कि क्या वे इस उपचार के लिए उम्मीदवार हो सकते हैं। कार टी-सेल थेरेपी, हाई ग्रेड बी सेल लिंफोमा रोगियों में 70% की रेसपॉन्स रेट और लगभग 40% की दीर्घकालिक इलाज दर प्रदान कर सकती है। रिलैप्स्ड/रिफ्रैक्टरी बी सेल ऑल (एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया) में रेसपॉन्स रेट 90% है और कार टी-सेल थेरेपी के लिए दीर्घकालिक इलाज दर लगभग 60% है।

अमृता हॉस्पिटल, फरीदाबाद के मेडिकल डायरेक्टर डॉ संजीव सिंह ने कहा, “अमृता अस्पताल में कार टी-सेल थेरेपी का एडमिनिस्ट्रेशन और भी कई सारे रोगियों के लिए इस उपचार का लाभ उठाने का द्वार खोलता है, क्योंकि यह थेरेपी अब तक अधिकांश भारतीयों की पहुंच से बाहर रही है। हम कार इम्यूनोथेरेपी के क्षेत्र में भारत और विदेशों में रिसर्चर्स के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और इसका लक्ष्य जरूरतमंद लोगों के लिए कार इम्यून सेल थेरेपी तक पहुंच में सुधार करना है। अब हम एक राष्ट्रीय स्तर की सहयोगी सेल थेरेपी लैब विकसित कर रहे हैं जो बड़े पैमाने पर मरीजों की जरूरतों को पूरा करेगी। इसका लक्ष्य हमारे अपने अस्पताल में ‘संस्थागत कार टी-सेल’ विकसित करना है जो इस उपचार तक पहुंच में सुधार करेगा और इसे अधिकांश भारतीय आबादी की पहुंच में लाएगा।”

“अमृता अस्पताल, फरीदाबाद उत्तरी भारत में कार-टी सेल थेरेपी कार्यक्रम शुरू करने वाला पहला केंद्र है।”

अमृता हॉस्पिटल, फरीदाबाद और इम्यूनोएक्ट के बीच यह रणनीतिक साझेदारी यह सुनिश्चित करेगी कि सभी वर्गों के मरीजों को इस जीवन रक्षक एडवांस दवा से लाभ मिल सके।

डीएम का आदेशः पर्याप्त संसाधनों के साथ मानकों पर जल्द पूरे हो चल रहे निर्माण कार्य
भूकंप से पहले अलर्ट जारी करने में सक्षम है ‘भूदेव मोबाइल एप’
भालू के हमले में महिला हुई घायल
ऋषिकेश तहसील परिसर में जन सुनवाई कार्यक्रम आयोजित
जिलाधिकारी आकांक्षा कोंडे की अध्यक्षता में कांडा में आयोजित हुआ जनता दरबार
Share This Article
Facebook Whatsapp Whatsapp Copy Link
Previous Article मुख्यमंत्री करेंगे राज्य स्तरीय युवा महोत्सव का शुभारंभ
Next Article मुख्यमंत्री ने की उद्योग विभाग की समीक्षा, कहा राज्य के युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार से जोडना हमारी प्राथमिकता…
Leave a Comment Leave a Comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

218kFollowersLike
100FollowersFollow
200FollowersFollow
600SubscribersSubscribe
4.4kFollowersFollow

Latest News

केंद्र सरकार ने उत्तराखंड को दी ₹249.56 करोड़ की दूसरी किस्त, विकास कार्यों को मिलेगी गति
Uttarakhand News
December 15, 2025
जोंडला, अगस्त्यमुनि के समीप गुलदार का सफल रेस्क्यू
Uttarakhand News
December 14, 2025
स्वास्थ्य सेवाओं में नवाचार और उत्कृष्ट कार्यों के लिए डॉ. आर. राजेश कुमार को पीआरएसआई राष्ट्रीय सम्मान
Uttarakhand News
December 14, 2025
मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड महक क्रांति नीति-2026-36 का किया शुभारम्भ
Uttarakhand News
December 13, 2025

खबरें आपके आस पास की

Uttarakhand News

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की जनपद बागेश्वर के विकास कार्यों की विस्तृत समीक्षा

December 6, 2025
Uttarakhand News

धामी सरकार की बड़ी पहल, खाद्य तेल के ‘री-यूज़’ पर कड़ी निगरानी

December 6, 2025
Uttarakhand News

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की स्वीकृति के क्रम में गन्ना की मूल्य वृद्धि का शासनादेश हुआ जारी

December 5, 2025
Uttarakhand News

मुख्यमंत्री ने प्रदान की विभिन्न विकास योजनाओं के लिए 271.33 करोड़ धनराशि की वित्तीय स्वीकृति

December 2, 2025
Uttarakhand News

स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग की विस्तृत समीक्षा बैठक ली

December 2, 2025
Uttarakhand News

धामी सरकार के निर्देशों से मेडिकल शिक्षा को नई रफ्तार पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज निर्माण निर्णायक चरण में

December 2, 2025
Raibaar UttarakhandRaibaar Uttarakhand
Follow US
©2017 Raibaar Uttarakhand News Network. All Rights Reserved.
  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Donate