भारी बारिश में चलते समुचे उत्तराखंड में भुस्खलन से सडकें बंद हो गई हैं मौसम विभाग ने 10 और 11 जुलाई को कुमाऊं और गढ़वाल के कई जिलों में अत्यधिक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था। वहीं अगले 24 घंटे देहरादून, टिहरी और उत्तरकाशी के साथ ही कुमाऊं में सतर्क रहने की जरूरत बताई है। जिसके बाद आपदा प्रबंधन विभाग के अलावा SDRF टीम को भी अलर्ट कर दिया गया है।
तीन दिनों से चल रही बारिश में यात्रा मार्ग बार-बार बाधित हो रहा है। यात्रियों को घंटों मार्ग खुलने का इन्तजार करना पढ़ रहा है। बागेश्वर में बारिश से खासा नुकसान हुआ है। जिले में तीन मकान क्षतिग्रस्त हो गए और हालात को देखते हुए 10 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है। पौड़ी में कई मार्ग मालवा आने से बंद हैं। सबसे जादा नुकसान सड़क और पुलों को हुआ है। भारी बारिश से कई गांव खतरे की जद में आ गए हैं।
देहरादून के आस-पास की इन जगहों में है ख़ूबसूरती के साथ-साथ ढेर सारा फन, गर्मी में मिलता है सकून
लगातार बारिश से अलकनंदा, मंदाकिनी, नंदाकिनी, सरयू, गोरी और काली नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है। वहीं गंगोत्री मार्ग पर जगह जगह भूस्खलन होने से यात्रियों को घंटों इतंजार करना पढ़ रहा है। ऋषिकेश से चंबा तक कई जगह भारी मालवा सड़कों पर आ गया है। मसूरी के समीप क्यारकुली गांव में भूस्खलन से एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया। इससे एक महिला को हल्की चोट आई है। केम्पटी फॉल में भी मंगलवार को भारी उफान देखने को मिला। देहरादून में भी झमाझम बारिश हो रही है। जौनसार क्षेत्र में चकराता हाईवे पर मलबा आने से चार स्थानों पर पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है।
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