भारत सरकार द्वारा भारतीय सेना में कम अवधि के लिए बहाली की नई योजना की शुरुआत की गई है, जिसका नाम है अग्निपथ योजना। इस योजना से जुडी बड़ी खबर सामने आ रही है केंद्र सरकार ने इस योजना की आयु सीमा में सुधार किया है। पहले जो उम्र की सीमा 21 साल थी वह बढ़ाकर 23 साल कर दी गई है। अग्निपथ स्कीम के माध्यम से अब दसवीं व बारहवीं पास युवाओं को सेना के तीनों अंगों थल सेना, जल सेना और नौसेना में अग्निवीर (Agniveer) के रूप में 4 साल तक पेशेवर सैनिक के रूप में सेवा देने का मौका मिलेगा।
अग्निपथ योजना के लागू हो जाने से वे सभी भर्तियाँ जिनके परिणाम आने शेष हैं या जिनकी प्रक्रिया चल रही है तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं। फिलहाल जो युवा जिनकी उम्र 17.5 साल से लेकर 23 साल है वे सेना के तीनों अंगों में अग्निवीर सैनिक पद के लिए आवेदन दे सकते हैं। योजना के पहले वर्ष 46000 उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा जिनमें 40,000 थल सेना 3000 नौसेना और 3000 उम्मीदवार हवाई सेना के लिए चयनित किए जाएंगे। और चरणबद्ध रूप से इस संख्या में वृद्धि करते हुए चौथे वर्ष तक इसे बढ़ाकर 58800 कर लिया जाएगा।
अग्निपथ स्कीम : कितनी होगी वार्षिक आय?
भर्ती के लिए आर्मी के पुराने तरीके का ही पालन किया जाएगा। शारीरिक परीक्षण के साथ-साथ लिखित परीक्षा ली जाएगी। पुरुष और महिला दोनों अग्निपथ योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती होने वाले युवाओं का 48 लाख रुपयों का गैर-अंशदाई जीवन बीमा किया जाएगा। वहीं यदि सेवा के दौरान किसी की मृत्यु हो जाती है, तो 44 लाख रुपये पीड़ित परिवार को दिए जाएँगे। इन 44 लाख रुपयों के अलावा सरकार ऐसे शहीदों के बचे हुए सेवाकाल (अधिकतम 4 साल) के वेतन का भुगतान भी करेगी। साथ ही अन्य अग्निपथ योजना के माध्यम से भर्ती हुए जवानों को मिलने वाली सेवानिधि भी, शहीद के परिवार को दी जाएगी।