क्षय रोग की मुक्ति के लिए स्वास्थ्य विभाग विभाग के तत्वावधान में आगामी 07 दिसंबर से 100 दिवसीय नि-क्षय शिविर अभियान चलाया जाएगा। अभियान के आयोजन को लेकर आयोजित कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को अन्य विभागों से समन्वय स्थापित कर प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया।
विकास भवन सभागार में आयोजित कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती ने टीबी उन्मूलन को चलने वाले अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग को पंचायती राज, बाल विकास, शिक्षा विभाग से आवश्यक समन्वय स्थापित करने करने के निर्देश दिए। उन्होंने अभियान को सफल बनाने के लिए जन भागीदारी को सुनिश्चित करते हुए व्यापक प्रचार-प्रसार पर भी जोर दिया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राम प्रकाश ने 07 दिसंबर से शुरू होने वाले 100 दिवसीय नि-क्षय शिविर अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि अभियान के तहत टीबी रोग को लेकर संवदेनशील आबादी (पूर्व टीबी से पीड़ित मरीजों, टीबी रोगियों के घरेलू संपर्कजनों, 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों, कुपोषित, धूम्रपान करने वाले व्यक्ति मधुमेह से पीडित व्यक्तियों) में नि-क्षय शिविर आयोजित कर रोगियों को खोजने के प्रयास तेज करने सहित टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत दी जा रही सेवाओं की पहुंच में और अधिक सुधार किया जाएगा।
इसके तहत जनपद की सभी निर्माण साइट, हॉस्टल में भी यह अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि टीबी केसों की खोज के तहत स्क्रीनिंग, एक्सरे एवं बलगम जांच की जाएगी, साथ-साथ शीघ्र निदान, शीघ्र उपचार आरंभ करने व रोगियों को पोषण संबंधित सहायता में शामिल करने पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया अभियान की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है, जिसके तहत जनपद, ब्लाक व स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर चिकित्सकों, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, एनटीईपी कार्मिकों सहित स्वास्थ्य कर्मियों को संवेदीकृत कर दिया गया है।
इससे पूर्व डब्ल्यूएचओ कंसलटेंट डॉ. सुयोग, सीएचआरआई (सी-19 प्रोजेक्ट) के डाॅ. चेतक, स्टेट लीड डॉ सुबोध मैठाणी द्वारा अभियान के तहत होने वाली गतिविधियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।
इस अवसर पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. खुशपाल शाह, डाॅ. गोपाल सजवाण, डाॅ. अतुल उपाध्याय, डॉ. अक्षिता ममगाईं, डाॅ. रूचिका भट्ट, डीपीसी मुकेश बगवाड़ी, डीसी आईईसी हरेंद्र सिंह नेगी, एसएम सुषमा गुसाईं, सुनील राणा, हरीश चौधरी, सतीश नौटियाल आदि मौजूद रहे।