देवलीखाल मामले में मंगलवार को जमकर वबाल मचाया गया, विपक्षियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किये गए। दरअसल, सोमवार को हुई इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में कई लोगों को चोटें आई थी वहीं पत्थरबाजी में पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। पुलिस ने साफ़ किया है कि लोकतंत्र में अपनी मांगों के लिए शांतिपूर्ण और अहिंसक तरीके से विरोध प्रकट करने का अधिकार प्रत्येक नागरिक को है लेकिन इस दौरान हिंसा, और अरजकता फैलने पर इसे संभालना पुलिस का काम होता है।
अब चमोली पुलिस द्वारा जारी नए वीडियो में पुलिस टीम का जो संयम देखने को मिल रहा है, घटना के वक्त पुलिस से बदसलूकी और खींचतान घटना मौके पर हुई है। पुलिस के अनुसार देवलीखाल में आंदोलनकारियों द्वारा जमकर हंगामा और पुलिसकर्मियों के साथ गाली गलौज और पथराव किया, जिसमें पुलिस के कई जवानों को चोटें आयी।
पुलिसकर्मी भी इसी प्रदेश के किसी के बेटे, भाई और बहिन हैं, जो दिन-रात आपकी सेवा और सुरक्षा में तत्पर है। आंदोलकारियों द्वारा ड्यूटी पर तैनात अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भट्ट की वर्दी को फाड़ने का प्रयास किया गया, उन्हें खिंचकर जमीन पर गिराने का प्रयास किया गया, क्या इस प्रकार का व्यवहार ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारी के साथ करना उचित है? बता दें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने भी निष्पक्ष जांच का भरोषा दिया है, देखने वाली बात रहेगी कि घटना में अभी कितने एंगल सामने आते हैं, दोषियों को बख्सा नहीं जायेगा।