देहरादून : उत्तराखंड में नौकरशाही के शीर्ष पद मुख्य सचिव में जल्द ही फेरबदल होने के संकेत हैं। जानकारी के अनुसार, मुख्य सचिव डा एसएस संधु केंद्र में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल सकती है। ऐसे में उत्तराखंड को नया सचिव मिल सकता है फिलहाल इस पद के लिए जिस नाम की चर्चा है वह प्रदेश में कार्यरत वरिष्ठतम आइएएस व अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के नाम की है।
अगर राधा रतूड़ी को मुख्य सचिव की जिम्मेदारी दी जाती है तो वह प्रदेश की पहली महिला मुख्य सचिव होंगी। केंद्र में प्रतिनियुक्ति आइएएस डा एसएस संधु ने बीते वर्ष पांच जुलाई को मुख्य सचिव का पदभार संभाला था। तकरीबन सालभर इस पद पर काम करने के बाद उनके दोबारा केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर जाने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। संधु अपनी कार्यप्रणाली के कारण केंद्र की मोदी सरकार में भी महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं।
डा संधु के बाद प्रदेश में मुख्य सचिव का पद आइएएस अधिकारी राधा रतूड़ी को सौंपा जा सकता है। आईएएस रतूड़ी ने अपनी सादगी से भी अलग पहचान बनाई है। उनका रिटायरमेंट मार्च, 24 में है। उत्तराखंड में इससे पहले भी कई सीनियर महिला आईएएस अफसर रही हैं, पर वे मुख्य सचिव की कुर्सी तक नहीं पहुंच पाई। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी भी राधा रतूड़ी को ब्यूरोक्रेसी का टाप बास बनाने का सिग्नल दे चुके हैं।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार अभी इस संबंध में अंतिम निर्णय नहीं हुआ, लेकिन मंथन किया जा रहा है। राज्य सरकार अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की केंद्र में प्रतिनियुक्ति को दी गई अनापत्ति वापस ले चुकी है। ऐसे में चर्चा ये भी है कि उन्हें भी महत्वपूर्ण दायित्व दिया जा सकता है। हालांकि, जुलाई 2021 में भी अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को भी मुख्य सचिव पद के लिए बड़ा दावेदार माना जा रहा था लेकिन तब केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए डॉ एसएस संधू को सरकार ने ये जिम्मेदारी दी थी बता दें कि राधा रतूड़ी भी 1988 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। डॉ एसएस संधू भी 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।