पौड़ी गढ़वाल : गर्भधारण पूर्व और प्रसव पूर्व निदान तकनीक (पीसीपीएनडीटी) लिंग चयन प्रतिषेध अधिनियम-1994 के अंतर्गत गठित जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक जिलाधिकारी डॉ० आशीष चौहान की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि लिंगानुपात के स्तर को बनाए रखने के लिए लिंग चयन प्रतिषेध अधिनियम का पूरी सामर्थ्य व सख्ती के साथ अनुपालन करना सुनिश्चित सुनिश्चित करें।
बुधवार को आयोजित पीसीपीएनडीटी की बैठक में जिलाधिकारी ने स्वाद विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि कन्या भ्रूण हत्या पर सख्ती के साथ कार्यवाही करने की आवश्यकता है ताकि लिंगानुपात की निर्धारित इस्तर को बरकरार रखा जा सके। इस हेतु उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सख्त कदम उठाते हुए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिए कि ग्राम पंचायत स्तर पर बाल विकास विभाग व आशा कार्यकर्ताओं माध्यम से विगत 5 वर्ष के लिंगानुपात से संबंधित डाटा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि बैठक में लिंगानुपात से संबंधित जो भी आंकड़े प्रस्तुत किए जा रहे हैं उनका पारदर्शिता के साथ पुष्ट प्रमाणित होना अति आवश्यक है।
जिलाधिकारी ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या के प्रति आम जनमानस को जागरूक करने के लिए प्रचार-प्रसार सामग्री का आकर्षक होना आवश्यक है। इस हेतु उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अवैध लिंग जांच में दोषी पाए जाने के उपरांत सील किए गए अल्ट्रा साउंड व सीटी स्कैन केंद्रों का निरंतर निरीक्षण करते हुए जायजा लें। बैठक में बताया गया कि जनपद में विभिन्न अवैध जांचों में कुल 06 मशीनों को सील किया गया है। वही विगत वर्ष 2020-21 के एचएमआईएस सेक्स रेश्यो 885 के सापेक्ष वर्ष 2021-22 में लिंगानुपात में 72 के सुधार के साथ 957 दर्ज किया गया है।
इसके उपरांत जिलाधिकारी ने आरबीएसके के तहत कार्यों की समीक्षा करते हुए ऐसे असहाय और बेसहारा बीमार बच्चों के नाम उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं जिनकी उपचार में किसी प्रकार की समस्याएं आड़े आ रही हो। कहा कि ऐसे बच्चों का उपचार प्राथमिकता के आधार पर व्यक्तिगत रूचि लेते हुए किया जा सके।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० प्रवीण कुमार, एसीएमओ एनएचएम डॉ रमेश कुंवर, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ० ममता थपलियाल, जिला समन्वयक पीसीपीएनडीटी आशीष रावत आस्था सेवा संस्थान के सचिव राकेश चंद्रा आदि उपस्थित थे।