जिला शिक्षा विभाग द्वारा विकास खंड ऊखीमठ के सुदूरवर्ती क्षे़त्र में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय गौरीकुंड को चार साल बाद स्थानीय अभिभावकों की मांग पर पुनः संचालन की कार्यवाही कर दी गई है। संचालन के पहले ही दिन अभिभावकों द्वारा 14 नौनिहालों के नाम दर्ज करवाए गए। यह विद्यालय विगत चार साल से छात्र संख्या शून्य होने के कारण बंद था।
मुख्य शिक्षा अधिकारी यशवंत सिंह चैधरी ने जानकारी देते हुए अवगत कराया कि छात्र विहीन होने के कारण गौरीकुंड स्थित राप्रावि बंद हो गया था साथ ही इस दौरान किसी भी शैक्षिक सत्र में विद्यालय में प्रवेश नहीं हो पाए थे। उन्होंने बताया कि शैक्षिक सत्र 2022-23 में इस विद्यालय के दिन पुनः बहुरने लगे कि स्थानीय अभिभावकों की पहल पर विद्यालय के पुनः संचालन की कार्यवाही की तो नौनिहालों की चहल कदमी स्कूल में शुरू हो गई। ग्रामीणों ने इस कार्यवाही के लिए जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग का आभार जताया है।
मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा विद्यालय का निरीक्षण करते हुए सभी व्यवस्थाएं दुरस्त करने के निर्देश दिए गए हैं साथ ही विद्यालय प्रबंधन समिति का सहयोग लेते हुए विद्यालय की स्वच्छता एवं मिड डे मील संचालन के भी निर्देश दिए। उन्होंने सभी उप शिक्षा एवं खंड शिक्षा अधिकारियों को प्रभावी स्कूलों का समय-समय पर प्रभावी निरीक्षण करने को कहा गया।
बताया कि गत निरीक्षण के दौरान विकास खंड अगस्त्यमुनि के दो विद्यालय निर्धारित समय से पूर्व बंद पाए गए जिसको लेकर संबंधित विद्यालय के शिक्षकों का एक दिन के वेतन रोकने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने सभी शिक्षकों को शैक्षिक सत्र के शुरुआती समय से ही शैक्षिक विकास हेतु निष्ठा व समर्पण भाव से कार्य करने के निर्देश दिए हैं।