करंट फैलने से चमोली में हुए दर्दनाक हादसे के 6 घायलों में से दो की स्थिति गंभीर बनी हुई है। जबकि अन्य सभी घायलों का एम्स के ट्राॅमा वार्ड में आवश्यक उपचार चल रहा है। बृहस्पतिवार को दोपहर में चमोली से 5 अन्य लोगों को हेली एम्बुलेंस द्वारा एम्स पहुंचाया गया। इन सभी को भी अस्पताल की ट्राॅमा इमरजेंसी में भर्ती किया गया है। अपराह्न समय राज्य के स्वास्थ्य चिकित्सा और उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, कर्णप्रयाग के विधायक अनिल नौटियाल और यमकेश्वर की विधायक रेणु बिष्ट ने भी एम्स पहुंचकर घायलों का हाल जाना।
बुधवार को चमोली में नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साईट पर करंट फैलने से हुए हादसे के 5 अन्य घायलों को बृहस्पतिवार की दोपहर हेली एम्बुलेंस से एम्स पहुंचाया गया। इन सभी घायलों को अस्पताल के ट्राॅमा इमरजेंसी में भर्ती किया गया है। इनमें अभिषेक पाल पुत्र राजेन्द्र पाल उम्र 24 वर्ष, पवन सिह राठौर पुत्र उदय सिंह उम्र 49 वर्ष, जयदीप पुत्र हरीश लाल उम्र 20 वर्ष, धीरेन्द्र रावत पुत्र राजेन्द्र रावत उम्र 41 वर्ष और सुभाष खत्री पुत्र दौलत सिंह उम्र 27 वर्ष शामिल हैं।
ट्राॅमा सर्जन डाॅ. नीरज कुमार ने बताया कि सभी घायलों की सभी प्रकार की आवश्यक मेडिकल जांचें की जा रही हैं। बहरहाल इनमें से कोई भी घायल गंभीर स्थिति में नहीं है।
उधर, बीते रोज भर्ती किए गए 6 घायलों में से संदीप कुमार और सुशील की हालत गंभीर बनी है। चिकित्सकों द्वारा बताया गया कि करंट लगने से बुरी तरह झुलसने के कारण संदीप का बायां हाथ तथा बायां पैर मिड इम्प्युटेशन करना पड़ा। जले स्थान पर उसके हाथ और पैर की मांशपेशियां भी पूरी तरह जल गईं थी। इससे संदीप की किडनी में भी दुष्प्रभाव पड़ रहा है। वह अभी वेंटिलेटर पर हैं और ट्राॅमा आईसीयू में भर्ती हैं। जबकि सुशील के सिर में चोट लगने के कारण वह पूरी तरह होश में नहीं है। हालांकि उनकी हालत में पहले से सुधार है। उन्होंने बताया कि स्थिति गंभीर होने के कारण इन दोनों घायलों को चिकित्सकों की गहन निगरानी में रखा गया है और उनका आवश्यक उपचार जारी है। जबकि अन्य नरेंद्र लाल, आनंद कुमार, रामचंद्र और महेश कुमार स्टेबल स्थिति में हैं और इन सभी का इलाज ट्राॅमा वार्ड में चल रहा है।