उत्तराखंड के युवाओं ने ठान लिया है कि पहाड़ में स्वरोज़गार लाकर रहेंगे। इसके लिए हाल ही में सात्त्विक स्टोर sattvicstore.com नाम की एक वेबसाइट लॉन्च हुई है। जिसके माध्यम से पहाड़ी उत्पादों को नया प्लेटफार्म मिला है। जिसमें कंडाली की चाय का जैसे उत्पाद का ऑनलाइन प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
कंडाली की चाय के उत्तराखंड और बहार से कई आर्डर आ चुके हैं। बढ़ती डिमांड देखकर इस चाय को बनाने वाले वैद्य राम कृष्णा जी का भी हौसला बड़ा है। वैद्य जी का कहना है कि कंडाली के कई गुण है जिसके वजह से सालों से विदेशी इस चाय को बहुत पसंद करते है। उन्होंने बताया कि कंडाली में खास गुण होते है जैसे वजन घटाने में सहायक, शुगर बी पी कण्ट्रोल करना और इम्युनिटी बढ़ाना इत्यादि।
वैद्य जी कंडाली के अलावा टिमरू, काफल, पहाड़ी हल्दी की भी चाय बनाते है। पहाड़ की वनस्पितयों को इस से बहुत बढ़ावा मिल रहा है और किसानो को भी रोज़गार के सुनहरे अवसर मिल रहे है। अगर इसी तरह पहाड़ की वनस्पतियो की डिमांड बढ़ती रही तो यहाँ के किसानो को रोज़गार का माध्यम मिलेगा और पलायन को रोकने में ज़रूर मदद मिलेगी। वैद्य जी कोशिश करते है ज्यादा से ज्यादा किसानों को इस से जोड़ा जाए।