आईएएस दीपक रावत को कुमाऊं मंडल के नए आयुक्त की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) और पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन ऑफ उत्तराखंड लिमिटेड (पिटकुल) के एमडी पद से अवमुक्त किया गया है। आदेश में कहा गया है कि आपको जनहित में प्रबन्ध निदेशक पिटकुल एवं निदेशक उरेड़ा के पद से अवमुक्त करते हुए आयुक्त कुमाऊं मंडल एवं निदेशक श्री आरएस टोलिया उत्तराखंड प्रशासन अकादमी नैनीताल के पद तैनात किया जाता है। आपके शेष पद यथावत रहेंगे।
उनकी नियुक्ति के आदेश से मंगलवार को जारी हो गए थे, लेकिन स्थानांतरण का आदेश आज आया है, आईएएस दीपक रावत गुरुवार को नैनीताल पहुंच सकते हैं, जहां वह अपना कार्यभार ग्रहण कर सकते हैं। आईएएस अधिकारी दीपक रावत मूलरूप से मसूरी के निवासी हैं। मसूरी में प्रारंभिक शिक्षा के बाद दिल्ली के हंसराज कॉलेज से उन्होंने इतिहास में स्नातक की पढ़ाई की। इसके बाद जेएनयू से एमफिल किया। बताया जाता है कि उच्च शिक्षा के दौरान दीपक रावत की मुलाकात बिहार के होनहार छात्रों से हुई। ये छात्र यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे। उनसे प्रभावित होकर इन्होंने भी तैयारी शुरू कर दी। 2007 में दीपक रावत ने सिविल सेवा परीक्षा पास की और वह उत्तराखंड कैडर के अफसर बन गए।
बता दें कि दीपक रावत अपनी खास कार्यशैली के लिए काफी चर्चाओं में रहते हैं। उनके प्रशंसकों ने दीपक रावत फैंस क्लब के नाम से फेसबुक पर पेज बनाया हुआ है। यूट्यूब पर भी उनकी अच्छी-खासी फालोइंग है। जिलाधिकारी रहने के दौरान दीपक रावत कुमाऊं के कार्यवाहक कमिश्नर रह चुके हैं।