कृतिनगर के ढुढ़प्रयाग के तट पर नहाते समय 8 साल की बच्ची पानी में बहने लगी तो मामा ने कूदकर भांजी को बचने की कोशिश की लेकिन मामा ही बह गया फिर परिजनों की पुकार सुनकर पास के एक श्रमिक मदनलाल ने परिजनों और बच्ची को तो नदी से बाहर निकाल लिया लेकिन मामा पानी की तेज़ धारा में बह गया सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन नदी में बहने वाले युवक का कोई पता नहीं चला। दिल्ली संगम बिहार में रहने वाला एक परिवार इन दिनों अपने गांव में देव-पूजन के लिए पौड़ी कंडारास्यूं पट्टी के मैथी गांव आ रहा था।
गांव आने से पहले परिवार के सदस्य ढुढ़प्रयाग अलकनंदा तट पर नहाने चले गए, तो इस दौरान एक आठ साल की बच्ची नदी में बह गई। उसे बचाने के चक्कर में उसके मामा नदी में कूद गया, किंतु वह नदी के तेज बहाव में बह गया। कीर्तिनगर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक बलवंत चौधरी ने बताया कि कंडारस्यूं पट्टी के महरगांव निवासी प्रकाश रावत नदी में अपनी भांजी को बचाते हुए नदी में बह गया।
काफी खोजबीन के बाद भी उसका कोई पता नहीं चला। ढुढ़प्रयाग में नहाते समय बच्ची के बहने पर एक-दूसरे को बचाने के चक्कर में नदी में कूदी दो महिलाओं के शोरगुल होने पर कीर्तिनगर में पास ही काम कर रहा श्रमिक मदन लाल मौके पर पहुंचा। उसने दो महिलाओं को नदी से बाहर निकाला, उसके बाद नदी में बह रही बच्ची को चुन्नी के सहारे बाहर निकाला। जबकि भांजी को नदी में बचाने के लिए कूदा प्रकाश रावत नदी में बह गया।
मदनलाल ने बताया कि ढुढ़प्रयाग में नदी में डूबे लोगों के शोरगुल सुनकर वह नदी में गए और नदी में डूब रही एक बच्ची और उसे बचाने के लिए नदी में कूदी दो महिलाओं को बाहर निकाला। जबकि अपनी भांजी को बचाने के लिए कूदा प्रकाश नदी की तेज धाराओं में बह गया। इधर, एसआई बलवंत चौधरी ने बताया कि मदनलाल ने तीन लोगों की जान बचाई, इसके लिए पुलिस मदनलाल को पुरस्कृत करने के लिए उच्चाधिकारी को प्रस्ताव भेजेगी ')}