चमोली हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के लिए नामित अपर जिलाध्यक्ष मजिस्ट्रेट चमोली डॉ अभिषेक त्रिपाठी ने शासन को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी गई है। इस जांच में एसटीपी प्लांट की विद्युत व्यवस्था अनुबंध और सुरक्षा के मानकों के अनुरूप नहीं पाया गया, जिस करण एसटीपी प्लांट में अर्थिंग होने से फैला था। अब इस जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषियों को कतई नहीं बख्शा जाएगा। एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। जिम्मेदारी तय करते हुए सख्त एक्शन लिया जा रहा है।
बता दें कि हादसे की जांच रिपोर्ट में दुर्घटना के लिए उत्तराखंड पेयजल निगम, जल संस्थान, जय भूषण मलिक कांट्रेक्टर पटियाला, कॉन्फिडेंट इंजीनियरिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और भास्कर महाजन डायरेक्टर एक्सीस कंट्रोल्स दिल्ली को जिम्मेदार बताया गया है। जय भूषण मलिक कांट्रेक्टर पटियाला, कॉन्फिडेंट इंजीनियरिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और भास्कर महाजन डायरेक्टर एक्सीस कंट्रोल्स दिल्ली को उत्तराखंड में ब्लैकलिस्ट करने की संतुति दी गई है। साथ ही इनके खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही करने सहित इनके द्वारा जमा छतिपूर्ती राशि को जब्त करने की संतुति दी गई है।