उत्तराखंड की दो जुड़वा बहिने नुंग्शी-ताशी के नाम एक और बड़ी उपलब्दी जुड़ गयी है। एवरेस्ट सहित दुनिया के सात महादीपों के साथ सर्वोच्च शिखर को फ़तेह करनी वाली उत्तराखंड की ये दो बेटियां अमेरिका की कंपनी माउटेन हार्डवेअर में ब्रांड एबेंसडर होंगी। इस कंपनी ने भारत या एशिया में पहली बार किसी को ब्रांड एम्बेसडर बनाया है। मई महीने में कंपनी की इन जुड़वाँ बहिनों से बात हुई थी। कंपनी ने अगले 3 साल के लिए नुंग्शी-ताशी को अपना ब्रांड एम्बेसडर चुना है।
आपको बता दें कि ये कंपनी विश्वस्तरीय हाई एलटीटयूट गीयर बनाती है और ये सन फ्रान्सिको में स्थित है। ताशी व नुंग्शी प्रदेश का ही नहीं भारत का नाम भी बुलंदियों पर पहुँचाया उन्हें राष्टपति नेशनल एडवेंचर अवार्ड से सम्मानित कर चुके हैं।
नुंग्शी-ताशी ने उत्तराखंड और देश को कई गौरवमयी क्षण दिए हैं। ताशी व नुंग्शी माउंट एवरेस्ट व सेवन समिट (सातों महाद्वीप की सबसे ऊंची पर्वत चोटियां) का सफलतापूर्वक आरोहण करने वाली पहली जुड़वा बहनें हैं। उनकी इस उपलब्धि को गिनिज बुक आफ वल्र्ड रेकार्ड में शामिल किया गया है।
देहरादून के जोहड़ी गांव निवासी नुंग्शी-ताशी के पिता वीएस मलिक रिटायर्ड कर्नल हैं व माता अंजु थापा गृहणी हैं। नुंग्शी-ताशी ने न्यूजीलैंड से स्पोटर्स एंड एक्सरसाइज में ग्रेजुएशन की है। पिछले चार सालों में नुंग्शी व ताशी मलिक ने 13 से अधिक वर्ल्ड रेकॉर्ड बनाए हैं।
दोनों बहनों को लेफ एरिक्सन यंग एक्सप्लोरर अवार्ड, सर्वोच्च साहसिक पुरस्कार तेनजिंग नोर्गें पुरस्कार, प्रधानमंत्री स्पोट्र्स स्कॉलरशिप और कई देशों ने इन्हें सम्मनित किया है। ताशी व नुंग्शी कई सामाजिक कार्यों से भी जुडी रहती हैं। बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ अभियान से जुडी रहती है और वो इस से सम्बन्धित फाउन्डेशन भी चला रही हैं। खबर है कि दोनों बहिने आजकल एक किताब लिख रही हैं जो कि आने वाले पीड़ी के लिए रोचक रहेगी। उत्तराखंड की बेटी ऐसे ही नाम कमाए बेटियों को बहुत बहुत बधाई।
आपको बता दें ताशी व नुंग्शी ने माउंट एवरेस्ट (नेपाल), किलिमंजारो (दक्षिण अफ्रीका), एल्ब्रुस (यूरोप), अकांकागुआ (दक्षिण अमेरिका), कास्ट्रेंज पिरामिड (ऑस्ट्रियन एशिया), माउंट मेकिनली (उत्तरी अमेरिका), विंसन मेसेस (अंटार्कटिका) और न्यूजीलैंड की सर्वोच्च चोटी माउंट कुक को फतह किया है।
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