देहरादून: (दिनांक 02 मार्च 2024) टी०बी० उन्मूलन कार्यक्रम के मूल्यांकन हेतु फील्ड में लगातार जायें अधिकारी यह बात मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन स्वाति भदौरिया द्वारा प्रदेश के तेरह जनपदों से आये हुये जिला क्षःय अधिकारी तथा जिला कार्यक्रम समन्वयक के समक्ष समीक्षा बैठक में कही गयी, जिसका आयोजन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सभागार में किया गया।
मिशन निदेशक द्वारा सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि टी०बी० उन्मूलन हेतु राज्य सरकार पूर्णतः प्रतिबद्ध है किन्तु प्रायः यह देखा जाता है कि अधिकारियों द्वारा क्षेत्र भ्रमण कम किया जा रहा है, जो कि चिन्ता का विषय है। इस हेतु अधिकारियों द्वारा समय-समय पर अपने भ्रमणों में तेजी लायें जिससे कार्यक्रम अन्तर्गत टी०बी० यूनिट, जांच केन्द्रों में आ रही समस्याओं का निराकरण किया जा सके। मिशन निदेशक द्वारा निर्देशित किया गया कि टी०बी० उन्मूलन के लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थाओं की सहभागिता बढ़ायी जाये।
इस अवसर पर डा० पंकज सिंह, प्रभारी अधिकारी, एन.टी.ई.पी. को टी०बी० उन्मूलन की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किये जाने हेतु डब्लू. जे.सी.एफ. अन्र्तराष्ट्रीय संस्था द्वारा सम्मानित किया गया। डा० पंकज सिंह द्वारा बताया गया कि टी०बी० उन्मूलन की दिशा में पंचायती राज विभाग की सहभागिता अत्यन्त आवश्यक है। जिस हेतु दिनांक 01 मार्च 2024 को राज्य स्तरीय टी०बी० मुक्त पंचायत का प्रशिक्षण राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सभागार में आयोजित किया गया। जिसमें स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ पंचायती राज विभाग से श्रीमती हिमाली जोशी पेटवाल, संयुक्त निदेशक एवं जनपद स्तरीय पंचाती राज अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
प्रशिक्षण में जिला क्षःय अधिकारियों द्वारा अपने-अपने जनपद के एक ब्लॉक को चिन्हित कर “टी०बी० मुक्त ब्लॉक” की कार्ययोजना प्रस्तुत की गयी। जिसमें संयुक्त निदेशक, पंचायती राज विभाग द्वारा आवश्यक सहयोग दिये जाने हेतु जनपद स्तरीय पंचायती राज अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
समीक्षा बैठक में निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डा० आर०के० सिंह, जिला क्षःय अधिकारी डा० मनोज वर्मा, डा० रमेश कुंवर, डा० हरीश पोखरिया, डा० कुन्दन, डा० राजेश ढकरियाल, रीच एवं जीत संस्था के प्रतिनिधि सहित राज्य एवं जनपद स्तरीय अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।