रविवार को चमोली जिले के रैणी क्षेत्र में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही मची है। प्रधानमंत्री मोदी ने बंगाल की चुनावी रैली में उत्तराखंड में आई आपदा का जिक्र करते हुए कहा कि मां गंगा का उद्गम स्थल उत्तराखंड इस समय आपदा का सामना कर रहा है। ग्लेशियर टूटने से वहां नदी का जलस्तर बढ़ गया है। मैं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, भारत सरकार के गृह मंत्री से लगातार संपर्क में हूं।
उत्तराखंड में ऐसे परिवार मुश्किल से मिलते हैं जिनका कोई न कोई सदस्य फौज में न हो। यानि वहां के लोगों का हौसला, किसी भी आपदा को मात दे सकता है। वहां के लोग के लिए मैं प्रार्थना कर रहा हूं, बंगाल प्रार्थना कर रहा है, देश प्रार्थना कर रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड का हौसला आपदा को मात दे सकता है राहत एवं बचाव का कार्य चल रहा है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। मेडिकल सुविधाओं में कमी न हो, इसपर जोर दिया जा रहा है।
बता दें कि चमोली जिले में आई बाढ़ में 100 से अधिक लोगों के हताहत होने की आशंका है। रैणी गांव के पास ऋषि गंगा तपोवन हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूट गया है। हादसे में इस प्रोजेक्ट में काम कर रहे कई मजदूर बहने की आशंका जताई जा रही है। अब तक 16 लोगों का सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है।
#UPDATE: ITBP rescues all 16 people who were trapped in the tunnel near Tapovan, Chamoli. #Uttarakhand https://t.co/vi2ZbTyB9N
— ANI (@ANI) February 7, 2021
ITBP के जवान तपोवन सुरंग को खोलने के लिए खुदाई कर रहे हैं जो मलबे के कारण पूरी तरह से ब्लॉक हो गया है। सुरंग में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। एनडीआरएफ की और से मिली जानकारी के अनुसार अब तक 10 शव बरामद किये गए हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी रैणी और तपोवन क्षेत्र का दौरा कर नुकसान का जायजा लिया है।