आॅल वेदर रोड का कार्य करने वाली एजेंसी की लापरवाही से एक बड़ी दुर्घटना होने से बाल बाल बची जब एनएच पर चल रहे वाहन पर पूरा पेड़ गिर गया, जिससे वाहन क्षतिग्रस्त हो गया।
वाहन में चालक सहित दस सवारियां थी, जो सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाएं थी। वे स्कूल की छुट्टी होने के बाद घर वापस आ रहे थे। वहीं जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल भी इस दुर्घटना में बाल बाल बचे। क्योंकि इस वाहन के ठीक पीछे उनकी गाड़ी थी।
घटना दोपहर लगभग दो बजे की है। जब टाटा सूमो वाहन नम्बर यूके 07टीसी 0072 कण्डारा से अगस्त्यमुनि की ओर आ रहा था, जिसमें राइंका कण्डारा एवं अन्य विद्यालयों के शिक्षक, शिक्षिकाऐं बैठी थी।
ज्यों ही वाहन स्यालसौड़ में पहुंचा, तभी ऊपर से एक पीपल का भारी पेड़ गिर गया। जिसने वाहन को अपनी चपेट में ले लिया। वाहन का कैरियर छत से अलग होकर गिर गया तथा शीशे टूट गये। जिससे उसके अन्दर बैठी सभी सवारियां चोटिल हो गई। इस वाहन के ठीक पीछे डीएम का वाहन चल रहा था।
वे भी पेड़ की चपेट में आने से बाल बाल बचे। क्षतिग्रस्त वाहन में सवार शिक्षक भानु प्रताप रावत ने बताया कि आॅल वेदर रोड का कार्य करने वाली एजेन्सी से कई बार इस पेड़ को हटाने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी, जबकि उन्हें भी पता था कि यह पेड़ कभी भी गिर सकता हैं।
इसलिए उन्होंने इसके पास सुरक्षा दीवार भी नहीं बनाई थी। एनएच पर ऐसे कई स्थान हैं जहां पर कई बोल्डर एवं पेड़ ऐसे लटके हुए हैं। जो कि कभी भी गिर सकते हैं और किसी बड़ी दुर्घटना का सबब बन सकते हैं।
उन्होंने कहा कि शुक्र है पेड़ ज्यादा ऊंचाई से नहीं गिरा, अन्यथा कुछ भी हो सकता था। वहीं पेड़ गिरने से सड़क पर जाम लग गया। एक घण्टे में पेड़ हटाने के बाद यातायात सुचारू हो पाया। ')}