उत्तरकाशी पुलिस ने दो वन तस्करों को गिरफ्तार किया है जो लगभग 32 लाख रुपये की काजल-काठ की लकड़ी की तस्करी कर रहे थे। प्रतिबंधित लकड़ी के साथ अग्रिम विधिक कार्यवाही हेतु वन विभाग को सुपुर्द किया। जानकारी के अनुसार एक सटीक सूचना पर पुलिस ने वन विभाग बैरियर देवीधार से वाहन संख्या UK 07DD-2230(TATA TIGOR) से दो तस्करों शरत सिंह व पेमा को प्रतिबन्धित काजल-काठ की लकड़ी की तस्करी करते हुये पकड़ा।
वाहन उपरोक्त से 318 नग लकड़ी बरामद किये गये। ये लोग भटवाड़ी के सिल्ला क्षेत्र से इस प्रतिबन्धित लकड़ी को उत्तर-प्रदेश, सहारनपुर ले जा रहे थे, लेकिन पुलिस की सतर्कता ने इनको नाकाम कर दिया। गंगोरी बैरियर पर तैनात पुलिस जवानों द्वारा वाहन को रोकने की कोशिश की गई थी लेकिन ये लोग बैरियर को टक्कर मारकर वहां से भाग निकले, जिस पर वन विभाग बैरियर देवीधार पर जाल बिछाकर चौकी प्रभारी डुण्डा उ0नि0 संजय शर्मा के नेतृत्व में पुलिस बल द्वारा इनको दबोच लिया गया।
अभियुक्तों को अग्रिम कार्यवाही के लिए प्रतिबन्धित लकड़ी के साथ वन विभाग के सुपुर्द किया गया। पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी द्वारा बताया गया कि काजल की लकड़ी उच्च हिमालय के आरक्षित वन क्षेत्र में पाई जाती है। काजल औषधीय दृष्टिकोण से सर्वोत्तम मानी जाती है। इसे बौद्घ सम्प्रदाय के लोग इसके बर्तन (बाउल) बनाकर खाद्य एवं पेय पदार्थों के लिए इस्तेमाल करते हैं। भारत, चीन, तिब्बत, नेपाल आदि देशों में इस लकड़ी की तस्करी कर उच्च कीमतों पर बेचा जाता है। माल पकड़ने वाली पुलिस टीम की सराहना करते हुए उनके द्वारा टीम को 1100 रूपये का पारितोषिक प्रदान किया गया।
बरामद माल- 318 नग प्रतिबन्धित काजल की लकड़ी ( कीमत करीब-32 लाख रु0)
तस्करों का नाम पता-
1-शरत सिंह पुत्र श्री वीर सिंह निवासी ग्राम कनेड़ा,पो0ऑ0 डोंण्ड थाना थलीसैंण पौड़ी गढवाल, उम्र-40 वर्ष।
2- पेमा पुत्र श्री छंगु निवासी ग्राम उमला नेपाल उम्र-25 वर्ष।