टिहरी गढ़वाल बौंसला पिलखी के रहने वाले उज्ज्वल नौटियाल भी आज IMA से पास आउट हुए हैं। इससे उनके परिजन गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं उज्ज्वल के दादा पूर्व प्रधानाचार्य सुरेंद्र दत्त नौटियाल व दादी सुमित्रा देवी का सपना था कि उनका पोता सैन्य अफसर बने। उज्जवल ने चार साल की कड़ी मेहनत पर परिश्रम से अपने दादा-दादी का सपना पूरा किया।
उज्ज्वल के पिता यशवंत प्रसाद नौटियाल व माता कविता नौटियाल दोनों इंटरकॉलेज में प्रवक्ता के पद पर हैं, चाहते तो बेटे को अच्छी शिक्षा देकर किसी भी क्षेत्र में आगे भेज सकते थे लेकिन उज्ज्वल को सैन्य अफसर बनना था इसलिए सैनिक स्कूल घोड़ाखाल से अपनी शिक्षा पूरी की।
पिता ने बताया कि उज्ज्वल पहली बार में ही राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में उत्तीर्ण होकर आइएमए में प्रशिक्षण को चुना गया। उन्होंने बताया कि टिहरी गढ़वाल के जिस गांव से वह आते हैं वहां आज तक कोई सैन्य अधिकारी नहीं बना है। आज उनके बेटे ने सेना में क्लास वन अधिकारी बनकर न सिर्फ अपने गांव का बल्कि उत्तराखंड का भी नाम रोशन किया है।
बता दें कि शनिवार को देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में अंतिम पग भरते ही 319 नौजवान भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। इसमें कुछ ऐसे युवा हैं जो गाँव के दूर-दराज इलाकों से आते हैं। टिहरी गढ़वाल के उज्जवल भी उसमें शामिल हैं।