डिजिटल लेनदेन के मामले में भारत तेज रफ्तार से आगे बढ़ा रहा है। साथ ही माह दर माह डिजिटल लेनदेन के मामले में नए रिकॉर्ड बनाकर दुनिया को भी हैरान कर दिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष की पहली तिमाही में ट्रांजैक्शन में 90 फीसदी से अधिक की वृद्धि हुई है।
भारत में यूपीआई के जरिए इस वर्ष की पहली तिमाही (जनवरी-मार्च) में UPI ट्रांजैक्शन 10 ट्रिलियन रुपये को पार कर गया है। केवल मई महीने की बात करें तो UPI के जरिए कुल 5.95 अरब ट्रांजैक्शन किए गए थे जिसमें कुल राशि 10.41 लाख करोड़ रुपये रही। जबकि मई 2021 में UPI ट्रांजैक्शन की संख्या 2.54 अरब रही थी। पहली तिमाही में PhonePe, Google Pay, Paytm Payments Bank App, Amazon Pay, एक्सिस बैंक ऐप शामिल रहे। इनसे करीब 94.8 फीसदी का ट्रांजैक्शन किया गया है।
वर्ल्डलाइन की एक रिपोर्ट के अनुसार, UPI P2M ((Person to Merchant) ट्रांजैक्शन कंज़्यूमर्स का सबसे पसंदीदा पेमेंट मोड बन गया है, जिसकी मार्केट में हिस्सेदारी 64 प्रतिशत है और वैल्यू के टर्म्स में 50 फीसदी है। वर्ष 2022 की पहली तिमाही में UPI के जरिए 14.55 बिलियन से अधिक लेनदेन हुआ है और मूल्य के संदर्भ में वैल्यू के टर्म्स में ये आंकड़ा 26.19 ट्रिलियन रुपये का है।
बता दें कि Worldline एक फ्रांसीसी बहुराष्ट्रीय कंपनी है जिसे पेमेंट इंडस्ट्री में ग्लोबल लीडर भी कहा जाता है। आपको यह भी बता दें कि आने वाले समय में फ्रांस जैसा विकसित देश भी अपने यहां UPI पेमेंट शुरू कर देगा। कुछ दिन पहले ही यूपीआई को संचालित करने वाले नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने फ्रांस की कंपनी लाइरा नेटवर्क के साथ एक करार किया है जिसके तहत फ़्रांस में UPI से पेमेंट करने के लिए बैंकिंग सिस्टम को तैयार किया जायेगा।