देहरादून में प्रेमिका की हत्या करने वाला युवक पुलिस के कब्जे में है। उसे अपनी करतूत पर न तो पछतावा है और न ही उसके चेहरे पर शिकन। जिस निर्मम तरीके से उसने युवती की हत्या की उसे प्रेमी कहना भी गलत होगा। कोर्ट में पेश होने के बाद इस आरोपी को जेल भेज दिया गया है।
मीडिया से जवाब तलब करते समय भी नो मोर क्वेशन प्लीज तो ऐसे कह रहा था कि जैसे वह कोई स्टार हो, और उसने अपने मां-बाप का नाम ऊंचा कर दिया हो। पता नहीं कैसे उसने लड़की को अपने जाल में फंसाया उसकी भी जांच की जाएगी लेकिन जिस तरह से यह हत्या हुई उससे आसपास के इलाके में खौफ का माहौल भी है गुस्सा भी।
कहा जा रहा है कि युवक ने जेल जाने पर थाने की हवालात में भरपेट खाना खाया और उसके बाद अकेला थाने की हवालात में खर्राटे भरता रहा। कोर्ट में पेश होने के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया था। अब सवाल कई हैं. सोशल मीडिया पर जहां लोगों में गुस्सा है वहीं, उन युवतियों को इस घटनाक्रम से सबक लेने की बात कही जा रही है। जो अनजाने लोगों के बहकावे में आ जाती हैं।
कुछ लोग इसे समाज में अलग मानसिकता वाले लोगों से जोड़कर भी बात कर रहे हैं। हत्यारे ने बताया कि वह युवती को होटल ले जाना चाहता था, लेकिन लड़की ने मना कर दिया। क्या युवक की युवती के साथ बालात्कार कर हत्या करने की साजिस थी? बिलकुल रही होगी, लेकिन लड़की ने होटल जाने से मना कर दिया जिसपर उसने उसकी हत्या कर दी। बेइंतहा प्यार यही था।
पुलिस हमें हमेशा आगाह करती रहती है कि अनजान लोगों से दोस्ती करना भारी पड़ सकता है। अपनी सुरक्षा के प्रति युवतियों को खुद भी जिम्मेदारी लेनी होगी। बता दें कि उत्तराखंड में यह पहली घटना नहीं है इससे पहले भी कई लड़कियों को इस तरह से शिकार बनाया गया है।
जरा सोचकर जवाब दीजिये वो कैसा प्यार जो अपनी प्रेमिका का क़त्ल कर मुस्कुराये और बोले कि अपनी नहीं होगी तो किसी की भी नहीं होने दूंगा। हत्या करके घर जाता है और आराम से सो जाता है। मीडिया में इसे सनकी आशिक और बेइंतहा प्यार करने वाला बताया जा रहा है, लेकिन प्यार करने वाले कभी ऐसा नहीं कर सकते, ऐसे लोग हवस और खून के प्यासे होते हैं, ऐसी सोच सिर्फ जिहादियों की ही हो सकती है। सबसे पहले यह समझना होगा। समाज को ऐसी बुराई के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए और आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा की मांग करनी चाहिए, साथ ही जागरूकता भी फैलानी होगी, ताकि ऐसे घटनाक्रमों को आगे से रोका जा सके।
यह था घटनाक्रम-
देहरादून के पटेलनगर क्षेत्र में एक सिरफिरे युवक ने शनिवार रात को प्रेमिका की हत्या कर दी थी, इतना ही नहीं उसने लड़की का चेहरा जला दिया था और उसे बुड्ढी गांव में सड़क किनारे फेंक दिया था। परिजनों ने शव की पहचान युवती के हाथों पर बने टैटू से की थी। पुलिस ने कुछ घंटों में ही हत्याकांड का खुलासा कर उस्मान कुरैशी को गिरफ्तार कर लिया था।
मामले में अभी तक पोस्टमास्टर्म रिपोर्ट का इन्तजार है, जिससे यह पता लग सकेगा कि युवती की मौत गला घोंटने से हुई या फिर डंडे के वार से क्योंकि हत्या के बाद युवती का गला घोंटने की बात खुद युवक ने स्वीकार की, उसने डंडे से युवती के सिर पर भी वार किया, इतना ही नहीं युवती के चेहरे को भी बेरहमी से जलाया गया अब पुलिस के लिए यह जानना भी जरूरी है कि यातनाएं देखर हत्या की गई या फिर हत्या कर शव के साथ यातनायें की गई।
लापता बेटी को ढूंढ रहे थे परिजन–
परिजन युवती को बिना बताये घर से चले जाने को लेकर परेशान थे। वे उसे लगातार ढूंढ रहे थे। उसकी गुमशुदगी लिखाने की भी तैयारी थी। लेकिन रविवार सुबह एक शव मिलने की सूचना मिली थी तो उस और दौड़े तो पहचान अपनी बेटी के रूप में होने पर परिजन दहाड़े मारकर रोने लगे।