दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले जायपोरा में सेना की 62 राष्टीय रायफल की टीम पर आतंकियों ने जोरदार गोलाबारी कर दी। सेना की यह टीम आंतकियों के खोज में अभियान चला रखी थी। इस हमले में 1 मेजर समेत 2 जवान शहीद हो गए और जावान घायल हो गया।
उत्तराखंड ऊँचापुल हिम्मतपुर मल्ला निवासी मेजर कमलेश पांडे भी इस हमले में शहीद हो गए। शहीद के घर में इस खबर के बाद कोहराम मच गया शहीद के पिता मोहन चन्द्र पांडे ने कहा कि उन्हें अपने बेटे की सहादत पर गर्व है। खुद शहीद के पिता मोहन चन्द्र पांडे 1962 के युद्ध में भारतीय सेना का हिस्सा रहे थे। इतना ही नहीं शहीद के छोटे भाई धीरज पांडे भी सेना में है। इस तरह से शहीद के परिवार से जुड़े अधिकतर सदस्य सेना से जुड़े हैं।
अल्मोड़ा जिले के स्थानीय निवासी मेजर कमलेश उंचापुल हल्द्वानी में रहते हैं। उनकी पत्नी गाजियाबाद में सर्विस करती हैं। उनकी 2 साल की बेटी भी है जिसका नाम भूमिका है। 10 अगस्त को जवान घर छुट्टी आने वाला था लेकिन यह जवान देश लिए कुरबान हो गया।
गुरुवार को देश साम तक उनके शव हल्द्वानी पहुंचेगा और 4 अगस्त को चित्रशिला घाट रानीबाग में पूरे सामान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा। फिलहाल उनकी पत्नी भी गाजियाबाद से अपने निवास स्थान उंचापुल पहुँच जायेंगी। जवान के घर में मातम पसरा है वही आस पास के लोग परिवार वालों का धीरज बड़ा रहे हैं। और जवान की सहादत को नमन और सलाम कर रहे हैं।
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