राजधानी दिल्ली में 4 दिन तक चले सांप्रदायिक दंगे में अब तक 42 लोगों की जान जा चुकी है। 364 से ज्यादा लोग घायल हैं। उत्तराखंड के पौड़ी जिले के रोखड़ा गांव के युवक को दंगाइयों ने जिन्दा जला डाला। बताया जा रहा है कि दंगाइयों ने युवक के हाथ-पैर काटकर उसे जिन्दा ही जला दिया था, नेशनल टीवी चैनलों पर भी यही दावा किया जा रहा है हालांकि दिलबर की मौत की आधिकारिक पुष्टि तो हो गई है लेकिन क्या वाकई में उनके हाथ पैर काटे गए इस बात पुष्टि नहीं है। दिलबर का शव लेने उसके चाचा व जीजा दिल्ली गए हैं उसके बाद ही स्थिति साफ हो पायेगी।
दरअसल, उत्तराखंड के रोखड़ा गांव निवासी दिलबर सिंह (19) पुत्र गोपाल सिंह की दिल्ली शहादरा में एक बेकरी में काम करता था। 24 फरवरी रात को दिलबर बेकरी के गोदाम में सो रहा था। तभी दंगाइयों ने गोदाम में आग लगा दी। दिलबर की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उत्तराखंड का रहने वाला उसका साथी घायल हो गया है जो अभी अस्पताल में भर्ती है। घायल युवक भी पौड़ी के ही ईड़ा गांव का रहने वाला है। घायल युवक ने ही फ़ोन करके दिलबर के घर जानकारी दी। जिसके बाद से दिलबर के गांव और परिवार में मातम पसरा हुआ है।