जनपद उत्तरकाशी के धनारी क्षेत्र के जड़ीढ़ुमका गाँव की बेटी दीक्षा व्यास ने उत्तराखंड में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों में नेटबॉल प्रतियोगिता में उत्तराखंड टीम के लिए सिल्वर मेडल जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया है। उनकी यह उपलब्धि न सिर्फ उत्तरकाशी बल्कि पूरे उत्तराखंड के लिए गर्व का क्षण है।
दीक्षा व्यास एक साधारण गृहणी हैं, लेकिन खेलों के प्रति उनकी रुचि बचपन से ही गहरी रही। पहाड़ों में सुविधाओं की कमी के बावजूद उन्होंने अपने सपनों को मरने नहीं दिया। अभ्यास के लिए उन्हें देहरादून तक का सफर करना पड़ा, मगर उन्होंने अपने संकल्प और मेहनत से यह मुकाम हासिल किया। उनके पति विकास सेमवाल जी उत्तरकाशी खेल विभाग में हैंडबॉल प्रशिक्षक हैं, और उनके मार्गदर्शन ने भी इस उपलब्धि में अहम भूमिका निभाई है।
उत्तराखंड सरकार ने भी राष्ट्रीय खेलों में पदक जीतने वाले उत्तराखंड के खिलाड़ियों को “आउट ऑफ टर्न” से सरकारी नौकरी देने और इनामी राशि को दोगुना करने की घोषणा की है। इस संबंध में खेल मंत्री श्रीमती रेखा आर्य जी ने निर्देश दिए हैं कि इस निर्णय को जल्द से जल्द लागू किया जाए। यह पहल निश्चित रूप से प्रदेश के खिलाड़ियों के मनोबल को और ऊंचा करेगी और आने वाली पीढ़ी को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करेगी।
इस बड़ी उपलब्धि से बेटी दीक्षा व्यास ने यह सिद्ध कर दिया कि अगर इच्छाशक्ति मजबूत हो, तो कोई भी बाधा आपके सपनों के आड़े नहीं आ सकती। उनकी यह उपलब्धि प्रदेश की उन बेटियों के लिए भी प्रेरणास्रोत है, जो खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहती हैं।