आयुक्त कुमाऊं मंडल दीपक रावत अपने चंपावत भ्रमण के दौरान राजकीय अंगोरा शशक प्रजनन प्रक्षेत्र, चंपावत पहुंचे। जहाँ उन्होंने शशक प्रजनन केन्द्र का निरीक्षण करते हुए केन्द्र प्रभारी से आवश्यक जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान पशु चिकित्साधिकारी डा. सुवर्णा भोज ने कुमाऊं आयुक्त को जर्मन अंगोरा शशक के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
कुमाऊं आयुक्त ने कहा कि किसानों, पशुपालकों को अन्य पशुओं के साथ ही जर्मन अंगोरा पालने के लिए जागरूक करने के साथ ही प्रेरित करें। इससे कृषकों की आय में और अधिक वृद्धि होगी। क्योंकि शशक को पालने में बहुत अधिक जगह की आवश्यकता भी नहीं पड़ती है और यह आसानी से पाले जा सकते हैं। साथ ही इस प्रजनन प्रक्षेत्र को और विकसित किया जाय।
जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने प्रजनन केंद्र को विकसित करने के लिए पशुपालन विभाग को जिला योजना अंतर्गत प्रस्ताव तैयार कर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। डा. सुवर्णा भोज ने बताया कि राजकीय अंगोरा शशक प्रजनन प्रक्षेत्र 0.3 हेक्टेयर में है, 01 शशक पालन कक्ष, 01 शशक प्रजनन कक्ष है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2024-25 में शशकों की संख्या 109, जिनसे अभी तक 8.44 किग्रा ऊन का उत्पादन कर लिया गया है।
ऊन विक्रय से रुपए 12660 की आय हुई। इस वित्तीय वर्ष में 02 शशक का विक्रय किया गया है, जिनसे 3 हजार की आय हुई। साथ ही उन्होंने विगत वर्षों में शशको की संख्या, ऊन विक्रय से आय, शशक विक्रय से आय आदि की विस्तृत जानकारी कुमाऊं आयुक्त को दी। उन्होंने बताया कि यहॉ से पिथौरागढ़ मुनस्यारी तक के लोग शशक व ऊँन खरीदकर ले जाते हैं।
निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, उपजिलाधिकारी सदर सौरव असवाल,पुलिस क्षेत्राधिकारी वंदना वर्मा, प्र.मुख्य पशु चिकित्साधिकारी नंदन सिंह आगरी, डा.कोमल सिंह,पशुधन प्रसार अधिकारी हिमांशु जोशी आदि मौजूद रहे।