Raibaar UttarakhandRaibaar UttarakhandRaibaar Uttarakhand
  • Home
  • Uttarakhand News
  • Cricket Uttarakhand
  • Health News
  • Jobs
  • Home
  • Uttarakhand News
  • उत्तराखंड पर्यटन
  • उत्तराखंड मौसम
  • चारधाम यात्रा
  • Cricket Uttarakhand
  • राष्ट्रीय समाचार
  • हिलीवुड समाचार
  • Health News
Reading: जब टिंचरी माई ने लगा दी थी दूकान पर आग, कई लोगों ने छोड़ दी शराब
Share
Font ResizerAa
Font ResizerAa
Raibaar UttarakhandRaibaar Uttarakhand
  • Home
  • Uttarakhand News
  • उत्तराखंड पर्यटन
  • चारधाम यात्रा
Search
  • Home
  • Uttarakhand News
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधम सिंह नगर
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • उत्तराखंड पर्यटन
  • उत्तराखंड मौसम
  • चारधाम यात्रा
  • Cricket Uttarakhand
  • राष्ट्रीय समाचार
  • हिलीवुड समाचार
  • Health News
Follow US
  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Donate
©2017 Raibaar Uttarakhand News Network. All Rights Reserved.
Raibaar Uttarakhand > Home Default > Uttarakhand News > जब टिंचरी माई ने लगा दी थी दूकान पर आग, कई लोगों ने छोड़ दी शराब
Uttarakhand News

जब टिंचरी माई ने लगा दी थी दूकान पर आग, कई लोगों ने छोड़ दी शराब

Last updated: June 5, 2020 3:51 pm
Debanand pant
Share
6 Min Read
टिंचरी माई
टिंचरी माई
SHARE
uttrakhand
Sheeshpal Gusain

1861 में कुमाऊँ के सीनियर कमिश्नर श्री गाइलस ने आबकारी प्रशासन को दी गई रिपोर्ट में लिखा था कि, पर्वतीय क्षेत्र में लोग शराब के व्यसन से मुक्त हैं। यानी तब न कच्ची शराब थीं न पक्की। उत्तराखंड में 1950 तक शराब का प्रचनल बहुत नहीं था। 1950 से यहां टिंचरी और कच्ची शराब का प्रचलन के रिकॉर्ड मिलते हैं। तब महिलाओं ने इसका जबरदस्त विरोध किया था। उस समय की टिंचरी माई की कहानी भी काफी प्रचलित है, उन्होंने पर्वतीय क्षेत्र में टिंचरी पीने वालों के खिलाफ ऐसा कदम उठाया था जो इतिहास में दर्ज हो गया। पौड़ी गढ़वाल के थलीसैंण की दीपा देवी नौटियाल बाद में टिंचरी माई के नाम से जानी जाती थी। आगे पढ़िए

हुआ ऐसा कि गांव में आंगन में आधा दर्जन लोग टिंचरी पी रहे थे, उसके सामने श्री मित्तल की टिंचरी की दुकान थीं। वहां कुछ लोग टिंचरी पीकर आपस में अश्लील हरकत कर रहे थे। जिसका दीपा देवी ने बहुत विरोध किया। वह पुरुष प्रधान समाज की इस आदत से ऊब चुकी थीं। उसने दुकान में अपने को कैद किया, दरवाज़ा बंद किया और मिट्टी के तेल से आग लगाने लगीं। टिंचरी पी रहे लोगों को मालूम चला तो वह भाग खड़े हुए। दुकान जल कर राख हो गई।

इस घटना से काफी लोगों ने दारू छोड़ दी। दीपा देवी टिंचरी माई बन गई। एक घटना और भी टिंचरी माई से जुड़ा है पहाड़ पर आयुर्वेदिक दवा के रूप में टिंचरी बेची जाती थीं। इस तरह की एक दुकान पर दीपा देवी ने आग लगा दी। टिंचरी माई का जन्म 1917 में थलीसैंण ब्लॉक के मंजुर गांव मेंराम दत्त नोटियाल के घर हुआ। तथा ससुराल पोखड़ा ब्लॉक गवाड़ी गांव में था, उन्होंने अपने पति श्री गणेश राम को सेकेड वर्ल्ड वार में खोया। तभी से वह उग्र थीं। उनका देहांत 19 जून 1992 को हुआ।उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने बताया कि, मैंने टिंचरी माई का स्मारक बनाया है। उन्होंने लोगों को जागृत किया। मुझे वह स्मारक वहां देखने जाना है।

1950 के बाद गढ़वाल और कुमाऊ में कच्ची, टिंचरी पीने के सुबूत मिलते हैं। श्रीनगर, कीर्ति नगर, पौड़ी में महिलाओं ने इसका जबरदस्त विरोध किया था। महिलाएं दरांती लेकर सड़को पर आ गई थी। उनका आंदोलन फेल करने के लिए उन्हें टिहरी, साहरनपुर की जेल में डाला गया। उनकी संख्या 80 थीं। जिसमे 30 महिलाएं थीं। कुमाऊँ में गरूड़, अल्मोड़ा में आंदोलन में 50 से अधिक लोग जेल गए। जिसमें 15 महिलाएं थीं।

घनश्याम सैलानी जी ने की गीत शराब के विरोध में गए। फिर वह गीत प्रसिद्ध हुए। 70 में तक घनश्याम सैलानी, जीत जड़धारी, अन्य सर्वोदयी दारू के खिलाफ गाँव-गाँव जाते थे। लोग जमा होते थे गीतों से जागरूक करते थे। इस शराबबंदी आंदोलन में राजमाता कमलेंदुमति शाह, श्री वीरेंद्र दत्त सकलानी, कैप्टन शूरवीर सिंह पंवार, सरदार प्रेम सिंह, महावीर प्रसाद गैरोला, सुरेन्द्र भट्ट, विधासगर नोटियाल, बच्ची राम कौंसवाल, शामिल थे। इस आंदोलन का असर यह रहा कि लखनऊ हिल गया। सरकार ने दारू पर प्रतिबंधित कर दी। यह प्रतिबंध 6 साल चला। फिर अंग्रेजी शराब की दुकाने अलॉट होने लगी।

1970 से पहले भी शराब की दुकानें थीं। यह दुकाने गरीब दास की होती थी। जो पक्की नहीं पी सकते थे। वह टिंचरी कच्ची पीते थे। इसी के प्रकोप से सर्वोदयी आंदोलन हुआ। इसका आंदोलन का असर पूरे पहाड़ पर रहा। टिहरी रियायत काल में भी शराब की भट्टी और दुकानों का इतिहास मिलता है। बाकायदा इसकी परमिट होता था। सीमित जगह पर इसकी दुकानें थीं। चार आना, तीन आना में एक ठर्रा मिल जाता था। रियासत का यह राजस्व का जरिया नहीं थीं।

गढ़वाल छेत्र में टिंचरी का प्रकोप 60 के दरमियान बहुत अधिक हुआ। टिंचरी मतलब गुड़ की कच्ची शराब। जो लोग गरीब दास का देशी, अंग्रेजी का नहीं पी सकते थे। वह यह पीते थे। देखा देखी यह बनाये जाने लगी। जौ अनाज की भी बनाई गई।इससे कई परिवार उजड़ गए। पौड़ी में टिंचरी माई, टिहरी में सर्वोदयी ने इसकी काफी हद तक कमर तोड़ दी थीं। इस दौर में कुमाऊँ में भांग का प्रचनल बढ़ गया। इसके सुट्टे, पकौडी का भी दौर आया।

इमरजेंसी के बाद यह पहला दौर आया जब डेढ़ माह तक शराब अंग्रेजी, देशी की दुकानें इतने लंबे समय तक बंद रही।
फिर खुली, तब भीड़ हुई थीं 4 मई 2020 की तारीख के इतिहास में इसलिए शराब का इतिहास की पुनरावृत्ति हो गई।

बच्चों के लिए प्रतिबंधित कफ सिरप पर सख्त हुई सरकार, मेडिकल स्टोरों से किया गया जब्त
एनीमिया मुक्त भारतः सीएमओ ने सेंट थॉमस स्कूल में बच्चों को दवा खिलाकर कार्यक्रम का किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर एफ.डी.ए. की ताबड़तोड़ कार्रवाई, 63 औषधियों के सैंपल जांच हेतु भेजे गए
मुख्यमंत्री ने किया सरस आजीविका मेले में 12 आर्थिक गतिविधियों का लोकार्पण
हल्द्वानी में खेल विश्वविद्यालय और लोहाघाट में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज की कार्यवाही में तेजी लाई जाए
Share This Article
Facebook Whatsapp Whatsapp Copy Link
Previous Article शिवांगी जोशी देहरादून की वादियों में डांस करती दिखी शिवांगी जोशी, वीडियो हुआ वायरल
Next Article विकेश उनियाल नया पहाड़ी रैप सॉन्ग हुआ रिलीज, विकेश उनियाल का यह अंदाज लोगों को आ रहा पसंद
Leave a Comment Leave a Comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

218kFollowersLike
100FollowersFollow
200FollowersFollow
600SubscribersSubscribe
4.4kFollowersFollow

Latest News

उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने जलवायु लचीलापन व जल स्थिरता पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया
Uttarakhand News
October 6, 2025
एम्स ऋषिकेश द्वारा विभिन्न स्थानों पर शिविर लगाकर महिलाओं को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया
Uttarakhand News
October 4, 2025
50 वीं सब-जूनियर राष्ट्रीय बास्केटबॉल चैंपियनशिप का मुख्यमंत्री ने किया शुभारंभ
Uttarakhand News
October 4, 2025
मुख्यमंत्री ने प्रदान की विभिन्न विकास योजनाओं के लिए 986 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति
Uttarakhand News
October 4, 2025

खबरें आपके आस पास की

Uttarakhand News

एम्स ऋषिकेश में स्वच्छ भारत दिवस मनाया गया

October 3, 2025
Uttarakhand News

ऋषिकेश के गुलर में भारत का पहला ब्रिज-होटल खुला

October 3, 2025
Uttarakhand News

राज्य स्थापना दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश

October 3, 2025
Uttarakhand News

शिकायतकर्ता की संतुष्टि को मानक बनाकर किया जाए समस्याओं का निस्तारण-मुख्यमंत्री

October 3, 2025
Uttarakhand News

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया वन्य जीव प्राणी सप्ताह का शुभारंभ

October 3, 2025
Uttarakhand News

06 को विकासखंड जखोली व 08 अक्टूबर को अगस्त्यमुनि में आयोजित होगा सुरक्षा जवान पंजीयन एवं भर्ती शिविर

October 3, 2025
Raibaar UttarakhandRaibaar Uttarakhand
Follow US
©2017 Raibaar Uttarakhand News Network. All Rights Reserved.
  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Donate