केदारनाथ में बनने वाले विश्व के सबसे लंबे सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे के निर्माण को वन्य जीव बोर्ड ने हरी झंडी दे दी है। इस प्रस्तावित रोपवे की लंबाई 11.5 किमी है, जिससे सोनप्रयाग से केदारनाथ तक की दूरी मात्र 25 से 40 मिनट में तय हो सकेगी। सोनप्रयाग से केदारनाथ तक रोपवे निर्माण के मद्देनजर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट डीपीआर तैयार की जा चुकी है।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर के अनुसार केदारनाथ रोपवे के आकार लेने पर यह विश्व के सबसे लंबे रोपवे में शामिल हो जाएगा। इसकी लंबाई लगभग 11.5 किलोमीटर होगी और इसमें कुल पांच स्टेशन बनेंगे इसके अलावा पूरे प्रोजेक्ट में 22 टॉवर बनेंगे। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 985 करोड़ रुपये है, इस प्रोजेक्ट में विश्व की सबसे सुरक्षित तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इसमें थ्री एस ट्राइकेबल तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा इसमें केबल कार तीन तारों पर चलेगी। दुनिया के कई देशों में इस तकनीकी का इस्तेमाल किया जाता है इसे बहुत ज्यादा सुरक्षित माना जाता है। बता दें कि रोपवे निर्माण के मद्देनजर सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से एमओयू किया हुआ है। इसका निर्माण एनएचएआई की कंपनी एनएचएलएमएल करेगी।
जानकारी के अनुसार, रोपवे निर्माण का काम सितंबर तक अवार्ड करने की तैयारी है और अगले साल मार्च तक निर्माण काम शुरू होने की संभावना है। इस तरह 2026 तक इस रोपवे का निर्माण कार्य पूरा हो जायेगा। प्रधानमंत्री मोदी के सपने के अनुरूप केदारनाथ घाटी में रोपवे के निर्माण से कई श्रद्धालुओं को केदारनाथ के दर्शनों के लिए जान जोखिम में डालने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बता दें कि इस साल केदारनाथ मार्ग पर हार्ट अटैक और स्वास्थ्य समस्याओं की वजह से 103 तीर्थ यात्रियों ने अब तक जान गंवाईं है।