श्रीनगर कश्मीर में मेंढर के बालनोई सेक्टर में सीमा पार से छिपकर हुई गोलीबारी में कोटाबाग उत्तराखंड का एक और लाल शहीद हो गया। शहीद के शरीर को छित बिछ्हत किया गया जो की पकिस्तान की और से ये कायराना हरकत 2013 में की गयी थी और तब सेना ने पकिस्तानियों को मुह तोड़ जवाब दिया था फिर से सेना पकिस्तान से इस जवान के शरीर से खिलवाड करने जैसे अपराध का बदला लेने का पर्ण लिया है सेना का कहना है की पकिस्तान अपनी बोख्लाहट दिखाने के लिए ये सब हरकतें कर रहा है
कोटाबाग के ग्राम आंवलाकोट निवासी खीमानंद बुधानी का 23 वर्षीय पुत्र मनमोहन बुधानी दो वर्ष पहले ही 20 कुमाऊं रेजीमेंट में भर्ती हुआ था। रात आर्मी हेड क्वार्टर से फोन आने के बाद से घर व गांव में सन्नाटा पसरा है।शहीद मनमोहन बुधानी की चचेरी बहन का इसी महीने 24 तारीख को विवाह होना था। परिवार इन दिनों तैयारियों में जुटा था, लेकिन मनमोहन के शहीद होने की खबर ने खुशी के माहौल को मातम में बदल दिया
शहीद के घर मनमोहन अपने चार भाई-बहनों में सबसे छोटा था तथा उनके पिता खीमानंद बुधानी गंगोलीहाट में ग्राम विकास अधिकारी हैं। शहीद का पर्थिव शरीर बुधवार तक यहां पहुंचने की संभावना है। शहीद मनमोहन के तीन चचेरे भाई भी सेना में हैं। हम सभी देशवासी शहीद को सलामी देते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए प्राथना करते हैं जैहिंद ')}