शनिवार 1 जुलाई को लगभग पुरे उत्तरखंड पे पहले मानसूनी बादल बरसे। कुछ जगहों पे बारिश होते ही लोगों ने रोपाई भी शुरू कर दी क्योंकि कई इलाके आज भी ऐसे हैं जहाँ रोपाई के लिए मानसूनी बारिश पर निर्भर रहना पड़ता है। रविवार को देहरादून में भी मानसून ने दश्तक दे दी पुरे देहरादून में झमाझम बारिश जारी है।
2014 के बाद मानसून फिर से जुलाई के महीने में उत्तराखंड पहुंचा जबकि 2013 में 15 जून को ही मानसून उत्तराखंड में पहुँच चूका था। तब की मानसूनी बरसात ने उत्तराखंड में कभी ना भूलने वाला तहलका मचाया था। 2014 में 1 जुलाई , 2015 में 24 जून तथा 2016 में 21 जून को मानसून ने उत्तराखंड में दस्तक दी थी।
कुमाऊ क्षेत्र में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गयी है। वहीं दुसरे क्षेत्रों में अगले 72 घंटे हलकी बारिश होती रहेगी।मौसम के इस रुख से चारधाम यात्रा से लेकर उत्तराखंड के रास्ते होनी वाली मानसरोवर यात्रा भी प्रभावित हो सकती है। पिछले 12 साल में चोथी बार ऐसा हुआ है जब मानसून जुलाई के महीने में उत्तराखंड पंहुचा हो।
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