रुड़की: मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम गदरजुड्डा से विगत दिवस लापता दलित महिला का शव गांव के ही निकट एक खेत में पड़ा मिला है।
परिजनों ने महिला की हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया है। करीब 4 माह पूर्व मृतक महिला के पुत्र की भी हत्या कर दी गयी थी जिसका पुलिस अभी तक भी खुलासा नहीं कर पाई है।
एक ही घर के 2 लोगों की हत्याओं से गांव में रोष व्याप्त है। हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ग्रामीणों ने मंगलोर-झबरेड़ा मार्ग जाम कर प्रदर्शन किया।
मिली जानकारी के अनुसार गदरजुड्डा निवासी लाली पत्नी मोतीराम शुक्रवार की दोपहर से लापता थी। परिजनों ने महिला की गुमशुदगी की तहरीर मंगलौर कोतवाली में दे दी थी।
आज सुबह गावं के समीप ग्रामीणों ने एक खेत में महिला का शव पडे देखा। जिसकी सूचना पुलिस को दी गयी। खेत में महिला का शव मिलने की सूचना क्षेत्र में आग की तरह फैल गयीँ और मौके पर सैकडो ग्रामीण एकत्र हो गये।
मृतक की शिनाख्त लापता महिला लाली के रूप में हुई। लोगो ने झबरेडा-मंगलौर मार्ग जाम कर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया।
हंगामे की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों एसपी देहात मणिकांत मिश्रा, सीओ मनोज कुमार कत्याल, कोतवाल गिरीशचन्द शर्मा ने ग्रामीणों को शांत करने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण नहीं माने और पुलिस को शव नहीं उठाने दिया।
समाचार लिखे जाने तक ग्रामीण हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मौके पर डटे थे। विदित हो करीब 4 माह पूर्व मृतक महिला के पुत्र सुबोध का शव भी गांव के पास से गुजर रहे राजबाहे के समीप मिला था।
जिस पर भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए हत्या का खुलासा किए जाने की मांग को लेकर जबरदस्त प्रदर्शन किया था। लेकिन चार माह बीत जाने के बाद भी पुलिस युवक की हत्या का खुलासा नहीं कर पाई है। ')}