केन्द्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), ऊर्जा, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा आर0 के0 सिंह द्वारा आई0पी0डी0एस0 योजना के अन्तर्गत हरिद्वार कुम्भ क्षेत्र में विद्युत लाइनों को भूमिगत किये जाने की योजना का शिलान्यास, हरिद्वार के ऋषिकुल मैदान में आयोजित कार्यक्रम में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा की गई। सचिव ऊर्जा राधिका झा द्वारा कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत अभिभाषण किया गया।
उन्होंने बताया कि आई0पी0डी0एस0 योजना के अन्तर्गत कुम्भ क्षेत्र, हरिद्वार में रू0 188.75 करोड़ की लागत से विद्युत लाइनों को भूमिगत किया जाना स्वीकृत किया गया है। वाराणसी के बाद हरिद्वार नगर की विद्युत लाइनों को भूमिगत करने हेतु भारत सरकार से स्वीकृति प्राप्त हुई है। कुम्भ क्षेत्र में 33 के0वी0 की 25 कि0मी0 तथा 11 के0वी0 की 62 कि0मी0, इस प्रकार कुल 87 कि0मी0 एच0टी0 लाइन को भूमिगत किया जाना प्रस्तावित है। योजना के अन्तर्गत कुल 70 कि0मी0 एल0टी0 लाइनों को भूमिगत किया जाना प्रस्तावित है।
लाइनों को भूमिगत किये जाने हेतु प्रस्तावित क्षेत्र में 50 कि0मी0 स्ट्रीट लाईट हेतु भूमिगत लाइन प्रस्तावित की गई है तथा 1250 का प्राविधान किया गया है। कुम्भ क्षेत्र में निर्बाध विद्युत आपूर्ति तथा विद्युत प्रणाली को और सुरक्षित बनाये जाने के उद्देश्य से योजना में कुल 26 नग तथा 206प्राविधानित किये गये हैं। ज्ञात हो कि हरिद्वार शहर में पूरे कुम्भ क्षेत्र में विद्युत लाइनों को भूमिगत किये जाने हेतु विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार को रू0 594 करोड़ की डी0पी0आर0 प्रेषित की गई थी जिसमें से विगत माह में रू0 188.75 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की गई थी।
केन्द्रीय राज्य मंत्री आर0के0सिंह ने शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के अनुरोध को स्वीकार करते हुए योजना के लिए रू0 200 करोड़ की अतिरिक्त धनराशि दो वर्ष में स्वीकृत करने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त भारत सरकार की संस्था मै0 पावर फाईनेंस कारपोरेशन, नई दिल्ली द्वारा भी कारपोरेट सोशल रिस्पोंस्बिलिटी के के अन्तर्गत रू0 10 करोड़ हरिद्वार नगर में किसी एक चिन्ह्ति कार्य के लिये प्रदान किये जाने की घोषणा भी केन्द्रीय मंत्री जी द्वारा की गई। कार्यक्रम के दौरान सांसद हरिद्वार डाॅ. रमेश पोखरियाल ‘‘निशंक‘‘, आवास एवं शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक अति विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। ')}