पावर बैंक नाम के एक एप के ज़रिए 15 दिनों में पैसे डबल करने का लालच देकर करीब 250 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले मुख्य अभियुक्त को उत्तराखंड एसटीएफ की टीम ने नोएडा के सेक्टर 99 से गिरफ्तार कर लिया है। पवन पांडेय नाम के इस शख्स के पास से 19 लैपटाप, 592 सिम कार्ड, 5 मोबाइल फोन, 4 एटीएम और 1 पासपोर्ट बरामद हुआ है। एडीजी अभिनव कुमार ने खुलासा किया कि विदेशी व्यापारियों द्वारा भारत के बैंक खातों के माध्यम से धोखाधड़ी की जा रही थी। पूरे मामले में चाईनीज़ गैंग के भी शामिल होने की बात सामने आई है, आगे जाँच के लिए केंद्रीय एजेंसियों से भी मदद मांगी गई है। इसके अलावा उत्तराखंड पुलिस अन्य राज्यों से सम्पर्क कर जांच कर रही है।
इस तरह हुआ खुलासा-
दरअसल इस एप के ज़रिए लोगों को लालच दिया जाता था कि उनके पैसों को 15 दिनों डबल कर दिया जाएगा। इसी झांसे में हरिद्वार श्यामपुर निवासी रोहित कुमार और कनखल निवासी राहुल कुमार भी आ गए, रोहित ने 91,200 रुपये और राहुल ने 73,000 रुपए एप के माध्यम से जमा कर दिए। लेकिन तय समय पर रकम वापस नहीं मिल पाई। दोनों को जब ठगी का अहसास हुआ तो दोनों ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज की।
प्राप्त शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज करते हुए, इंस्पेक्टर महेश्वर पुर्वाल के नेतृत्व में एसटीएफ और साइबर थाने की संयुक्त टीम का गठन किया गया। इस दौरान पता चला कि इस प्रकार का एक मुकदम पहले से ही टिहरी में भी दर्ज है। करीब दो महीने की जांच के बाद एसटीएफ ने आरोपी पवन कुमार पाण्डेय पुत्र बनवारी पाण्डये निवासी सी-7 एचआईजी फ्लैट, ग्रीन व्यू अपार्डमेंट सैक्टर 99 नोयडा को गिरफ्तार कर लिया। फ़िलहाल पुलिस ने ठगी का 250 करोड़ रूपये का अनुमान है इस घोटाले में 10 हजार से ज्यादा निवेशकों का पैसा किया ट्रांसफर किया गया, जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है।