उत्तराखंड में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। कोरोना महामारी के दौरान थोड़ा काम-काज प्रभावित जरूर हुआ लेकिन कार्य अभी तेजी से जारी है। अब व्यासी-देवप्रयाग के बीच टनल और पुल बनाने की स्वीकृति मिलने के बाद इस परियोजना पर कार्य को ओर तेजी मिलने वाली है।
बता दें कि हाल ही में केंद्र सरकार ने व्यासी-देवप्रयाग के बीच की 18 किमी लाइन के लिए शुरूआती 1890 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे साथ ही अक्टूबर माह में काम शुरू करने की बात कही। व्यासी-देवप्रयाग के बीच चार टनल और चार छोटे-बड़े पुल बनाए जाएंगे। रेल लाइन का बड़ा हिस्सा सुरंगों के माध्यम से जायेगा। इसके बीच में एक लम्बी सुरंग 9.5 किलोमीटर किमी की होगी। इसके बाद दो सुरंगें दो-दो किलोमीटर तथा एक सुरंग 1.5 किलोमीटर लंबी होगी।
इस बीच चार पुल भी बनाए जाने हैं। इस मार्ग के निर्माण के लिए चार एजेंसियां को कार्य सौंपा गया है। टनल एवं पुल निर्माण के कार्य में चार से पांच साल का समय लगने का अनुमान है। अभी फिलहाल ऋषिकेश रेलवे स्टेशन बनकर पूरी तरह तैयार हैं। उसके बाद ऋषिकेश-शिवपुरी एवं अगले फेज में शिवपुरी-व्यासी के बीच काम चल रहा है। इसके बाद व्यासी-देवप्रयाग के बीच जल्द कार्य शुरू होने जा रहा है।
बता दें कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना भारतीय रेल की सबसे महत्वकांक्षी रेल परियोजना है। इसके तहत ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक 126 किमी लंबी रेल लाइन बिछाई जानी है। इस बीच 11 नए रेलवे स्टेशनों का निर्माण भी किया जाना है।