उत्तराखंड को ये किसकी नजर लगी है, हर दिन गुलदार के हमलों में लोग अपनी जान खो रहे हैं। वहीं मासूम बच्चों पर सबसे ज्यादा हमले हो रहे हैं। प्रदेश में अब तक कई मासूम गुलदार के हमले का शिकार हो चुके हैं। ताजा दुखद खबर टिहरी जिले के नरेंद्रनगर से सामने आई हैं। जहां ग्रामसभा साल दोगी के अंतर्गत पीपल सारी निवासी सात वर्षीय बच्ची को गुलदार ने अपना निवाला बना दिया।
जानकारी के मुताबिक, बीते रविवार देर रात मुकेश रावत की 7 वर्षीय पुत्री स्मृति शौच करने के लिए घर के बाहर आंगन में आई। इसी दौरान घात लगाए बैठे गुलदार ने अचानक से उस पर हमला कर उसे उठा ले गया। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत व्याप्त है। जब वन विभाग की टीम आगराखाल पुलिस चौकी इंचार्ज हिम्मत सिंह साह के नेतृत्व में ग्रामीणों ने बच्ची की काफी खोजबीन की तो रात लगभग 12:30 बजे बच्ची का शव घर से लगभग 700 मीटर दूर जंगल में क्षत-विक्षत अवस्था में पड़ा मिला।
घटना के बाद से गांव में दहशत और मातम पसरा है। ग्रामीणों ने नरभक्षी हो चुके गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग से पिंजरा लगाने की मांग की है। मृतका स्मृति के अलावा उसका एक भाई भी है। पूर्व ब्लाक प्रमुख विरेंद्र कंडारी, क्षेत्र पंचायत सदस्य साकेत कंडारी, मोर सिंह रावत, अरविंद रावत ने घटना पर रोष जताते हुए पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है।
वन विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर गुलदार को ढूंढने हेतु काफी देर तक रेस्क्यू अभियान चलाया। आदमखोर गुलदार कई को अपना निशाना बना चुका है। इसको देखते हुए वन विभाग के अधिकारियों ने गुलदार को मारने के आदेश जारी कर दिए हैं। गुलदार को मारने के लिए शिकारी नरेंद्र नगर पहुंच चुके हैं और जल्दी आदमखोर गुलदार को या तो पकड़ लिया जाएगा या मार दिया जाएगा। ऐसा आश्वासन वन विभाग के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को दिया।