मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तीर्थ व योगनगरी ऋषिकेश के समीप मुनि की रेती में गंगा नदी पर बना थ्री-लेन पैदल झूला पुल ‘जानकी सेतु’ का आज लोकार्पण कर जनता को समर्पित कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कई सालों से जनता इस पुल के बनने का इंतजार कर रही थी।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने इन साढ़े तीन सालों में ढाई सौ से अधिक पुल बनाने का रिकाॅर्ड कायम किया है। इस पुल ने टिहरी के मुनि की रेती को पौड़ी जनपद के स्वर्गाश्रम से जोड़ने का काम किया है। इस सेतु के निर्माण से लाखों लोग लाभान्वित होंगे। उन्होंने ‘जानकी सेतु’ के लोकार्पण के बाद जनता को शुभकामनाएं दी।
बता दें कि वर्ष 2006 में इस पुल निर्माण की घोषणा हुई थी। 2013 में कार्य प्रारम्भ हुआ लेकिन कई अड़चनों के चलते इस पुल का समय पर निर्माण नहीं हो पाया। 2016 में जानकी सेतु के निर्माण में फिर से तेजी आई लेकिन फिर बजट के आभाव में कार्य नहीं हो सका इसके बाद 2017 में जानकी सेतु के लिए 48.85 करोड़ का रिवाइज बजट स्वीकृत हुआ और जानकी सेतु के निर्माण में फिर से तेजी आ गई। इस तरह यह पुल घोषणा से 14 वर्ष इन्तजार का वनवास पूरा होने के बाद जनता को समर्पित हुआ। शुरुआत में इस पुल का बजट 3 करोड़ था लेकिन पूरा होने के लिए 48.85 करोड़ खर्च हुए।