सेना के बैंड बाजों की भक्तिमय धुनों और भोलेनाथ के जयकारों साथ आज भैया दूज के पावन पर्व के शुभ दिन पर बाबा श्री केदारनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद हुए। ठीक सुबह 8 बजे मुख्य द्वार के कपाट शीतकाल हेतु बंद कर दिये गये। कपाट बंद होने के बाद पंचमुखी विग्रह मूर्ति विभिन्न पड़ावों से होते हुए शीतकालीन गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में विराजमान होंगे।
इस दौरान बड़ी संख्या में तीर्थयात्री, देवस्थानम बोर्ड, जिला प्रशासन, तीर्थ पुरोहित, हकहकूकधारी, स्थानीय श्रद्धालु कपाट बंद होने के साक्षी बने, इस साल चार धाम में साढ़े चार लाख से अधिक तीर्थ यात्री पहुंचे जिनमें दो लाख चालीस हजार से अधिक भगवान केदारनाथ जी के दर्शन को पहुंचे।
बता दें कि उत्तराखंड चारधामों में श्री गंगोत्री धाम के कपाट कल 4 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद हुए, जबकि श्री यमुनोत्री धाम के कपाट आज बंद होंगे, भगवान बदरीविशाल के कपाट शीतकाल के लिए 20 नवंबर शनिवार को बंद होंगे, 22 नवंबर भगवान मद्महेश्वर जी के कपाट बंद होंगे।