01 दिसंबर 2020 की सायं को टिहरी से 450 पेटी विदेशी शराब लेकर हल्द्वानी के लिए निकले ट्रक के द्वाराहाट, अल्मोड़ा में लावारिस अवस्था में मिलने और उसमें ड्राइवर और उपरोक्त 450 पेटी शराब मौजूद नहीं होने के सम्बन्ध में थाना द्वारहाट में 8 दिसम्बर को मामला पंजीकृत हुआ था।
इसके बाद अल्मोड़ा एसओजी और स्थानीय पुलिस ने घटना में संलिप्त 08 अभियुक्तों को गैरसैंण, चमोली के अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार कर लिया है।
अभियुक्तों के कब्जे से 390 पेटी शराब भी बरामद की गई है। DGP अशोक कुमार ने घटना का सफल अनावरण करने के लिए आयुष अग्रवाल, प्रभारी SSP, अल्मोड़ा को बधाई देते हुए घटना का अनावरण करने वाली पुलिस टीम को 20 हजार का ईनाम देने की घोषणा की है।
उल्लेखनीय है कि उपरोक्त घटना की तहरीर न लेने व रिपोर्ट दर्ज करने में हीलाहवाली करने के लिए प्रभारी निरीक्षक द्वाराहाट को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया था।
उक्त घटना में पुलिस ने 10 दिसंबर 2020 को कमल सिंह की निशादेही पर ग्राम सुगण में एक कार से कुल 20 पेटी सहित अनिल पंवार, बलवन्त सिंह एंव गोविन्द सिंह को गिरफ्तार कर लिया साथ ही दुकान से 80 पेटी शराब भी बरामद की गई। इसी दिन अनिल पंवार की निशादेही पर मयथान मार्ग से झूमारखेत रोड पर नाले के पास मन्दिर जाने वाले मार्ग के पास स्थित खण्डहर में कुल 60 पेटी शराब बरामद हुई, साथ ही पुलिस ने अभियुक्त हयात सिंह, हरीश नेगी, जयवीर सिंह को गिरफ्तार किया गया।
इसके बाद 11 दिसंबर 2020 को राजेन्द्र सिंह को 25 पेटी अंग्रेजी शराब के साथ गिरफ्तार किया साथ ही उसकी निशादेही पर ग्राम खेती में अपने घर के नीचे खेत में बनाये हुए गोपनीय बंकर में रखी हुयी 205 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद की गई। इस तरह कुल 390 पेटियां बरामद की जा चुकी हैं। फरार अभियुक्त विजय जोशी की तत्काल गिरफ्तारी हेतु प्रयास किये जा रहे हैं। दरअसल, विजय जोशी ने ही इस ट्रक का पूरा माल (450 पेटी शराब) राजेंद्र सिंह को 06 लाख में बेच दिया था।
जानकारी के अनुसार, राजेन्द्र सिंह गैरसैण, मैयथान, गोचर चमोली के सरकारी अंग्रेजी शराब के ठेके चलाता है। राजेन्द्र सिंह के करीबी कमल सिंह को पकड़कर पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि विजय जोशी द्वारा ट्रक में रखे सम्पूर्ण माल को राजेन्द्र सिंह राजू को बेच दिया था और राजू ने उक्त माल को अलग-अलग स्थान में छुपाकर रखा हुआ है।
इस सौदे में अनिल पंवार को कमीशन के बीस हजार रूपये मिले थे। अनिल पंवार ने पूछताछ में बताया कि उक्त घटना में राजू का भाई हयात सिंह एवं अन्य व्यक्ति भी शामिल हैं। जिसके आधार पर हयात सिंह नेगी, हरीश एवं जयवीर सिंह को भी पुलिस ने माल समेत गिरफ्तार किया।